भारतीय वायुसेना के जम्मू एयरबेस पर रविवार रात हुए धमाके की जगह का मंगलवार को दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट के अधिकारियों ने मुआयना किया. जानकारी के मुताबिक मुआयना करने के बाद दिल्ली एंटी टेरर यूनिट ने भी यही अनुमान लगाया है की जो ड्रोन से धमाका हुआ वो लोकल ड्रोन ही होगा यानी भारत के अंदर से ही इस साजिश को अंजाम दिया गया. क्योंकि घटना स्थल से सबसे नजदीकी पाकिस्तान बॉर्डर करीब 14 किलोमीटर के दूर है और बाकी बॉर्डर तो और कई किलोमीटर दूर हैं.
अंदाजा लगाया कि ऐसे में यह बहुत हद तक सम्भव नहीं है कि सीमा पार से ड्रोन आया हो और फिर वो धमाका करके वापस चला गया हो. यानी इशारा साफ है कि साजिश तो पाकिस्तान से रची गई, पर उसे अंजाम भारत में मौजूद पाकिस्तानी आतंकियों ने दिया.
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बता दें, जम्मू-एयरबेस पर धमाके के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
एयरबेस पर धमाकों के बाद सोमवार को भी जम्मू में एक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन देखे गए हैं. जब सुरक्षाकर्मियों ने उन ड्रोन पर फायरिंग की तो वे उड़ गए. जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा कि रविवार को जम्मू एयरबेस पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ हो सकता है.सोमवार को जो दो ड्रोन दिखे थे, उनके पीछे भी यही ग्रुप हो सकता है.
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