पंजाब में भाजपा के खिलाफ किसानों के विरोध को लेकर जाखड़ ने चुनाव अधिकारी को लिखा पत्र

सुनील जाखड़ ने कहा कि किसान विरोध प्रदर्शन की आड़ में असामाजिक तत्वों के घुसने और उत्पात मचाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सुनील जाखड़ ने कहा कि हाल फिलहाल की दर्जनों घटनाओं पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
चंडीगढ़:

पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों को किसानों के प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है, जिसे लेकर पार्टी के प्रदेश प्रमुख सुनील जाखड़ ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से मामले में हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए दावा किया कि उम्मीदवारों को प्रचार से रोका जा रहा है. जाखड़ ने आशंका जताई कि भाजपा के उम्मीदवारों को प्रचार करने से रोकने के लिए सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस तथा शिरोमणि अकाली दल के बीच सांठगांठ हो सकती है.

भाजपा प्रत्याशी और नेताओं को लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. किसान भाजपा नेताओं से सवाल पूछते हैं और मांगों पर सहमत नहीं होने पर उन्हें काले झंडे दिखाते हैं. जाखड़ ने कहा कि प्रचार के लिए समान मंच उपलब्ध कराए बिना चुनावी प्रक्रिया व्यर्थ है. उनके साथ पार्टी नेता परमिंदर बराड़ और विनीत जोशी भी थे.

जाखड़ ने ज्ञापन में कहा कि भाजपा बातचीत में विश्वास करते हुए हमेशा किसानों के अधिकार के लिए खड़ी रहती है, लेकिन पंजाब में भाजपा प्रत्याशी अपने खिलाफ ऐसे अनियंत्रित प्रदर्शनों की वजह से प्रचार रोकने को मजबूर हैं, जिससे अप्रत्याशित परिणाम और हिंसा तथा झड़प की अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि किसान विरोध प्रदर्शन की आड़ में असामाजिक तत्वों के घुसने और उत्पात मचाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

Advertisement
जाखड़ के मुताबिक, यदि चुनावी तंत्र भाजपा के खिलाफ इस 'सुनियोजित साजिश' को रोकने के लिए हस्तक्षेप नहीं करती है, तो यह चुनाव प्रक्रिया और अंतिम परिणाम दोनों को अनुचित बना देगा. प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और प्रचार का अधिकार हमेशा समृद्ध लोकतंत्रों में सर्वोत्कृष्ट घटक रहे हैं.

जाखड़ ने कहा, “यह पत्र भगवंत मान नेतृत्व वाली वाली मौजूदा ‘आप' सरकार के तहत बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति की पृष्ठभूमि में पंजाब में भाजपा उम्मीदवारों को प्रचार करने के अधिकार से सुविचारित और 'प्रायोजित' तरीके से रोकने की हमारी आशंका को आपके संज्ञान में लाने के लिए है और उसे उजागर करने के लिए है.” उन्होंने कहा, “ यह पंजाब निर्वाचन कार्यालय, राज्य प्रशासनिक और पुलिस तंत्र की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करें कि भाजपा उम्मीदवारों को प्रचार के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने के लिए हर हिस्से तक निर्बाध पहुंच मिले.”

Advertisement

जाखड़ ने कहा कि हाल फिलहाल की दर्जनों घटनाओं पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें सबसे ताज़ी घटना पटियाला की है, जहां भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर के चुनाव प्रचार के दौरान एक किसान की सड़क पर गिरने से मौत हो गई है. प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा, “ हमें चुनाव के दौरान हमारे उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर खतरे की आशंका है. सीईओ कार्यालय भाजपा को प्रचार के अधिकार से रोकने की साजिश पर मूक दर्शक नहीं बना रह सकता है.”

Advertisement
Featured Video Of The Day
Murshidabad Violence: West Bengal Governor Report से गिर सकती है Mamata सरकार? Waqf Law Controversy
Topics mentioned in this article