मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक मुस्लिम युवक (Muslim Youth Beaten Up) की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया (Viral Video) पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि लोगों का झुंड मोबाइल में वीडियो बनाते हुए दुकान में प्रवेश करता है. दुकान में युवक अर्धनग्न अवस्था में था. लोग उसे दुकान से खींचकर बाहर लाते हैं और पीटने लगते हैं. जब इस बारे में युवती से पूछा गया तो उसने कहा कि वो दुकान में मोबाइल रिचार्ज कराने गई थी. युवती ने कहा कि दुकानदार युवक ने उसके साथ कोई बदतमीजी नहीं की, उसके साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ. वह दुकान में थी तभी युवक पर हमला हुआ. वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है. असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी इस मामले को लेकर युवक के समर्थन में ट्वीट किया है.
उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग करते हुए ट्वीट किया, ''मप्र के जबलपुर में, एक मुसलमान दुकानदार को कुछ हिंदुत्व उग्रवादी कायरों ने झुंड बनाकर घेरा और फिर उसके कपड़े उतार कर बेरहमी से मारा. झुंड ने उस पर एक महिला के साथ बदतमीज़ी करने का झूठा इल्ज़ाम लगाया लेकिन महिला ने बयान में कहा कि ऐसी कोई बदतमीज़ी नहीं हुई थी.'' ओवैसी ने लिखा, ''पुलिस ने उन गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय दुकानदार ही के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया. अगर लॉकडाउन का पालन न करने पर मामला दर्ज हुआ है, तो उन उग्रवादियों के खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ? कोई भी सभ्य समाज ऐसे अपराधियों को पनाह नहीं दे सकता, एक सभ्य समाज में ऐसे लोग अभी तक जेल में होते और उनका सामाजिक बहिष्कार हो गया होता''.
उन्नावः युवक की पुलिस कस्टडी में हुई मौत, परिजनों का आऱोप- पीट-पीट कर मार डाला
मामले में संबंधित थाने के इंस्पेक्टर आरके गौतम ने कहा, "दोनों को थाने लाया गया, लड़की वयस्क थी, उसने कहा कि वह शिकायत दर्ज नहीं करना चाहती है. लेकिन हमने शेख मोहम्मद पर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया है और आपदा प्रबंधन अधिनियमों के तहत धाराएं भी लगाई हैं. उसपर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, इसलिए जमानत दे दी गई है.