राहुल गांधी ने 'एक व्यक्ति, एक पद' का समर्थन कर अशोक गहलोत को दिया संकेत

राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य नफरत और हिंसा कम करना है. गरीबी-अमीरी की खाई बेइंतहा बढ़ी है. हिंसा और सांप्रदायिकता पर हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है. ये यात्रा मेरी नहीं लोगों की है, मैं सिर्फ इस यात्रा का हिस्सा बना हूं. 

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कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर राहुल गांधी ने कही ये बात

कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव की गहमागहमी के बीच भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने आज कांग्रेस में 'वन मैन, वन पोस्ट' का समर्थन किया. ये संकेत है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को दोहरी भूमिका निभाने के लिए दो पद नहीं मिल सकते. इससे पहले गहलोत ने संकेत दिए थे कि वे राजस्थान के सीएम और अध्यक्ष दोनों पदों पर बने रह सकते हैं. राहुल गांधी ने केरल में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "हमने उदयपुर में एक कमिटमेंट की है, मुझे उम्मीद है कि इसे बनाए रखा जाएगा." आज पद के दावेदारों को सलाह देते हुए कहा कांग्रेस का अध्यक्ष पद वैचारिक पद है. भारत का दृष्टिकोण सामने लाता है. उन्होंने आगे कहा कि अध्यक्ष पद पर मेरी स्थिति स्पष्ट है. 

71 वर्षीय अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार की पसंद माना जाता है, लेकिन वे राजस्थान में अपनी मुख्यमंत्री की भूमिका नहीं छोड़ना चाहते. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें लगता है कि उनकी जगह सचिन पायलट ले लेंगे, जिनकी बगावत के कारण 2020 में उनकी सरकार लगभग गिरते-गिरते बची थी.

कांग्रेस ने इस साल की शुरुआत में राजस्थान के उदयपुर में "एक आदमी, एक पद" नियम अपनाया था, जहां तीन दिवसीय बैठक में आंतरिक सुधारों और चुनावों पर चर्चा की गई थी. राहुल गांधी के ये शब्द गहलोत के लिए एक झटके के समान ही हैं, जो लगातार संकेत दे रहे थे कि वे दो पदों पर रह सकते हैं. उन्होंने बुधवार को सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी.

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राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि इसका लक्ष्य नफरत और हिंसा कम करना है. गरीबी-अमीरी की खाई बेइंतहा बढ़ी है. हिंसा और सांप्रदायिकता पर हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है. ये यात्रा मेरी नहीं लोगों की है, मैं सिर्फ इस यात्रा का हिस्सा बना हूं. 

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