पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भीड़ ने कुछ कमरों और 18 विभागों में तोड़फोड़ की है और इन्हें फिर से दुरुस्त करने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि उस सेमिनार हॉल के एक हिस्से में भी तोड़फोड़ की गई तथा दरवाजे क्षतिग्रस्त कर दिये गये, जहां एक महिला डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था तथा उसकी हत्या कर दी गई थी.
आधी रात के आसपास, प्रदर्शनकारियों के रूप में लगभग 40 लोगों का एक समूह अस्पताल में घुसा तथा आपातकालीन विभाग, नर्सिंग स्टेशन और दवा की दुकान में तोड़फोड़ की और सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया. प्रदर्शनकारियों ने उस मंच को भी तहस-नहस किया, जहां जूनियर चिकित्सक नौ अगस्त से प्रदर्शन कर रहे थे.अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘इन लोगों ने बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. वे क्या खोज रहे थे? तोड़फोड़ की गंभीरता का आकलन अभी किया जाना बाकी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘रेफ्रिजेरेटर भी क्षतिग्रस्त कर दिये गये, जिनमें लाखों रुपये की दवाइयां रखी हुई थीं. टेबल, कुर्सियां, कंप्यूटर, एक्स-रे मशीन और अन्य उपकरण भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिये गये.''इस बीच ‘पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम' (डब्ल्यूबीडीएफ) ने अस्पताल में हुई हिंसा और तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की.
डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने भी घटना की निंदा की तथा मामले की उच्च-स्तरीय प्रशासनिक जांच समिति द्वारा जांच शुरू करने तथा 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने की अपनी मांग को जोरदार ढंग से उठाया.
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