नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) द्वारा 'एक बाबा' से राय लेने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. इस मामले पर आयकर विभाग ने NSE की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण के घर पर तलाशी की है. वहीं तत्कालीन ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के परिसरों में भी तलाशी हुई. अधिकारियों ने कहा कि छापे का मकसद उनके तथा अन्य के खिलाफ लगे कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करना है. सेबी ने अपने आदेश में कहा था कि रामकृष्ण ने योगी के साथ विभागीय खुफिया जानकारियां साझा की थीं, जिनमें एनएसई की आर्थिक और कारोबारी योजनाएं शामिल हैं.
सेबी की पूछताछ में एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा ने खुलासा किया था कि वो शेयर बाजार के मामलों में हिमालय के एक अज्ञात योगी से राय मशविरा करती थीं. इतनी संवेदनशील जानकारियां किसी और को दिए जाने को लेकर यह मामला गरमा गया है.
कौन हैं लाखों करोड़ का स्टॉक एक्सचेंज चलाने वाला बाबा...
यह मामला आनंद सुब्रमण्यम को मुख्य रणनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्ति और उनका पदनाम बदलकर चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी के सलाहकार किये जाने में कंपनी संचालन में खामियों से जुड़ा है.सेबी के आदेश के अनुसार, अप्रैल, 2013 से दिसंबर, 2016 तक एनएसई की एमडी एवं सीईओ पद पर रहीं रामकृष्ण कथित तौर पर हिमालय में रहने वाले इस योगी को 'शिरोमणि' कहकर बुलाती रही हैं. इसके बारे में एनएसई के पूर्व प्रमुख का दावा है कि वह हिमालय की पहाड़ियों में रहते हैं और 20 साल से व्यक्तिगत और पेशेवर मामले में सलाह देते रहे हैं.
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