क्‍या है इजराइल का 'आयरन डोम सिस्‍टम'...?, फिलिस्‍तीन अभी तक नहीं ढूंढ पाया इसकी काट

आयरन डोम प्रणाली विश्‍व की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में से एक है. शनिवार को इसका एक नजारा देखने को भी मिला, जब आयरन डोम ने हमास द्वारा दागे जा रहे रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया और आकाश आग की लपटों से जगमगा उठा.

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
आयरन डोम प्रणाली एक जमीन से हवा में मार करने वाला कम दूरी का 'एयर डिफेंस सिस्‍टम' है
नई दिल्‍ली:

इजराइल पर लगातार आतंकी संगठन हमास के द्वारा हमले किये जा रहे हैं. हमास की तरफ से भारी संख्या में रॉकेट दागे जाने और दक्षिणी इजराइल में उग्रवादियों की घुसपैठ के बाद इजराइल ने शनिवार सुबह ‘युद्ध के लिए तैयार रहने' को कहा. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने देशवासियों से कहा है कि हम युद्धरत हैं. ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड की घोषणा के बाद केवल 20 मिनट में हमास- नियंत्रित गाजा पट्टी से इज़राइल की ओर 5,000 से अधिक रॉकेट दागे गए.
पूरे इजराइल में हवाई हमले के सायरन ने सुबह के सन्नाटे को तोड़ दिया और 'आयरन डोम प्रणाली', जो दुनिया की सबसे अच्छी वायु रक्षा प्रणालियों में से एक है, सक्रिय हो गई. 

आयरन डोम प्रणाली विश्‍व की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में से एक है. शनिवार को इसका एक नजारा देखने को भी मिला, जब आयरन डोम ने हमास द्वारा दागे जा रहे रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया और आकाश आग की लपटों से जगमगा उठा. हालांकि, इस बार हमला काफी बड़ा था. लेकिन इसके बावजूद आयरल डोम प्रणाली ने शानदार प्रदर्शन किया. 

आयरन डोम सिस्‍टम क्या है?

आयरन डोम प्रणाली एक जमीन से हवा में मार करने वाला कम दूरी का 'एयर डिफेंस सिस्‍टम' है, जिसे कम दूरी पर रॉकेट हमलों, मोर्टार, तोप के गोले और मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) का मुकाबला करने के लिए देश के कई हिस्सों में तैनात किया गया है. आयरन डोम प्रणाली की सीमा लगभग 70 किमी है और इसमें तीन केंद्रीय घटक हैं जो मिलकर इसे पूरा करते हैं. ये घटक हैं- डिटेक्शन और ट्रैकिंग रडार, युद्ध प्रबंधन, हथियार नियंत्रण और  20 तामीर मिसाइलों से लैस लॉन्चर.
आयरन डोम सिस्‍टम साल 2011 से इजराइल की रक्षा कर रहा है. 2006 के लेबनान संघर्ष के दौरान, हिजबुल्लाह द्वारा हजारों रॉकेट दागे गए और हाइफ़ा सहित कई उत्तरी क्षेत्रों पर हमला किया गया, जिसमें कई लोग मारे गए. 2006 के हमलों ने इज़राइल को अपनी वायु रक्षा प्रणाली विकसित करने के लिए प्रेरित किया था.

Advertisement

कैसे काम करता है 'आयरन डोम सिस्‍टम'?

जब किसी रॉकेट को इजराइल की ओर दागा जाता है, तो डिटेक्शन और ट्रैकिंग रडार इसका पता लगाता है और हथियार नियंत्रण प्रणाली को जानकारी भेजता है. इस स्‍तर पर दागे गए रॉकेट के प्रकार, गति और लक्ष्य का पता लगाने के लिए तेजी से जटिल गणना करता है. यदि आने वाले रॉकेट का लक्ष्‍य कोई आबादी वाला क्षेत्र या रणनीतिक प्रतिष्ठान होता है, तो लॉन्‍चर स्‍वयं तामीर मिसाइल को फायर करता है और खतरे को बेअसर करने के लिए रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिया जाता है. एक बैटरी में तीन-चार लॉन्चर होते हैं और इज़राइल के पास कम से कम 10 हैं. आयरन डोम सिस्टम के निर्माता राफेल दावा करते हैं कि इस एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम की सफलता दर 90 प्रतिशत है और अब तक 2,000 से अधिक हमलों को नाकाम कर चुका है. 

Advertisement

इस बार क्या हुआ?

हमास की ओर से रॉकेटों की बौछार के बाद भी आयरन डोम सिस्‍टम को अत्यधिक शक्तिशाली पाया गया. दरअसल, कई वर्षों से आतंकवादी समूह हमास आयरन डोम सिस्‍टम में कमजोरी ढूंढने की कोशिश कर रहा है. इस बार वह ऐसा करने में काफी हद तक सफल रहा है.

Advertisement
हमास ने इस बार सिस्टम पर साल्वो रॉकेट हमले (कम समय में लॉन्च किए गए कई रॉकेट) से हमला किया है. इसकी वजह से आयरन डोम सिस्‍टम के लिए सभी लक्ष्यों को भेदना मुश्किल हो गया. इस बार सिर्फ 20 मिनट में 5,000 से ज्यादा रॉकेट लॉन्च किए गए.


हमास लगातार अपनी क्रूड रॉकेट तकनीक विकसित कर रहा है और पिछले कुछ वर्षों में इसने तेल अवीव और यहां तक ​​कि यरूशलेम सहित इज़राइल के प्रमुख शहरों को कवर करने के लिए अपनी सीमा बढ़ा दी है. हालांकि, हमास द्वारा लॉन्च किया गया रॉकेट उसे रोकने के लिए दागी गई तामीर मिसाइल की तुलना में काफी सस्ता है. इजराइल के लिए आयरन डोम का मूल्य इसकी लागत से कहीं ज्‍यादा मायने रखता है. इसने अतीत में खुद को साबित किया है कि यह लक्ष्यों को बेअसर कर सकता है और लोगों की जान बचा सकता है.

Advertisement


2012 में हमास के साथ संघर्ष के दौरान, इजराइल ने दावा किया था कि गाजा पट्टी से नागरिक और रणनीतिक क्षेत्रों की ओर दागे गए 400 रॉकेटों में से 85 प्रतिशत को बर्बाद कर दिया गया था. 2014 के संघर्ष के दौरान, हमास द्वारा कई दिनों के भीतर 4,500 से अधिक रॉकेट दागे गए थे. इस दौरान 800 से अधिक को रोका गया और लगभग 735 को हवा में नष्‍ट कर दिया गया, इसकी सफलता दर 90 प्रतिशत थी.

अपग्रेड और 2021 हमले

2021 में इजराइल ने कहा कि उसने रॉकेट और मिसाइल सेल्वो के हमलों को रोकने के साथ-साथ कई मानवरहित हवाई वाहनों को एक साथ नष्‍ट करने सहित अतिरिक्त हवाई खतरों से निपटने के लिए सिस्टम को अपग्रेड किया है. मई 2021 में दो सप्ताह तक चले इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष में शुरुआती दिनों में 1,000 से अधिक रॉकेट दागे गए और पूरे संघर्ष के दौरान 4,500 से अधिक रॉकेट दागे गए. अधिकारियों ने बताया कि संकट के दौरान सिस्टम ने रॉकेटों के खिलाफ 90 प्रतिशत स्ट्राइक रेट दिखाया.

ये भी पढ़ें :-

Featured Video Of The Day
Delhi Firing | Nangloi, Alipur फायरिंग मामले में 3 हिरासत में: सूत्र | NDTV India