इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में शर्मिष्ठा पनोली कह रही हैं कि क्या इस देश का ही लोकतंत्र है जहां कोई अपनी बात भी नहीं रख सकता. ये वीडियो उस समय का है जब कोलकाता पुलिस शर्मिष्ठा पनोली को गिरफ्तार कर ले जा रही थी.
इस मामले में को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है. अब इस मामले में आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उनके उस पुराने बयान की याद दिलाई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सेकुलरिज्म दोनों तरफ से होनी चाहिए.
सिर्फ सनातनियों के खिलाफ हो रही है कार्रवाई: सुवेंदु अधिकारी
भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के नेताओं ने इस गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार 'सनातनियों' के खिलाफ ही कार्रवाई करती है, जबकि अपने नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों में कोई ठोस कदम नहीं उठाती. उन्होंने महुआ मोइत्रा और सायोनी घोष के खिलाफ दर्ज एफआईआर का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
वहीं, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इस गिरफ्तारी को 'पुलिस की ताकत का दुरुपयोग' करार दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के लिए अंतरराज्यीय गिरफ्तारियों पर चिंता जताई और कहा कि जब तक कोई स्पष्ट और तात्कालिक खतरा न हो, तब तक ऐसी कार्रवाई उचित नहीं है.
आपको बता दें कि कोलकाता पुलिस ने कल 22 वर्षीय कानून की छात्रा शर्मिष्ठा पनोली को सोशल मीडिया पर वीडियो के कारण गिरफ्तार किया है. इस पोस्ट में उसने अपमानजनक और सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल किया था और बॉलीवुड अभिनेताओं पर भी निशाना साधा था. क्योंकि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आवाज नहीं उठाई थी. यह पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई थी, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे.