औद्योगिक उत्पादन लगातार दूसरे माह रहा नरम, विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 2 फीसदी

कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से देश का औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ है. मार्च 2020 में यह 18.7 फीसदी तक गिर गया था.वहीं अप्रैल 2020 में देश भर में सख्त लॉकडाउन होने से औद्योगिक गतिविधियां काफी हद तक ठप हो गई थीं

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Industrial production : औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर में 3.2 फीसदी रहा
नई दिल्ली:

 देश की औद्योगिक उत्पादन (Industrial production) वृद्धि लगातार दूसरे माह नरम रही है. अक्टूबर में इसकी वृद्धि  दर महज 3.2 फीसदी ही रही है. राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय ने शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े जारी किए थे. इससे पता चला कि अक्टूबर 2021 में विनिर्माण सेक्टर की वृद्धि दर 2 फीसदी रही है. आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी 77.63 फीसदी है. खनन एवं बिजली क्षेत्रों का प्रदर्शन पहले से बेहतर रहा है. इस महीने में खनन क्षेत्र का उत्पादन 11.4 फीसदी और बिजली क्षेत्र का उत्पादन 3.1 फीसदी बढ़ा.

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आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सितंबर के बाद अक्टूबर में भी सुस्त रहा है. सितंबर में यह 3.3 फीसदी रहा था और अक्टूबर में यह 3.2 फीसदी पर आ गया. इसके लिए निम्न आधार प्रभाव का असर अब धीरे-धीरे कम होने को वजह माना जा रहा है.अक्टूबर 2021 में देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 133.7 अंक पर रहा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 129.6 अंक पर रहा था. वहीं अक्टूबर 2019 में यह सूचकांक 124 अंक पर था.

इसके पहले मई से लेकर अगस्त तक के चार महीनों में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर लगातार दहाई अंक में रही थी. इसके लिए भी मई-अगस्त 2020 के आधार का कम होना अहम कारण रहा है. एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों यानी अप्रैल-अक्टूबर में आईआईपी 20 फीसदी बढ़ा है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 17.3 फीसदी गिरा था. मई 2021 में यह 27.6 फीसदी की दर से बढ़ा था.

कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से देश का औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ है. मार्च 2020 में यह 18.7 फीसदी तक गिर गया था.वहीं अप्रैल 2020 में देश भर में सख्त लॉकडाउन होने से औद्योगिक गतिविधियां काफी हद तक ठप हो गई थीं और औद्योगिक उत्पादन में 57.3 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी. बहरहाल अक्टूबर 2021 में पूंजीगत उत्पादों की वृद्धि दर 1.1 फीसदी तक गिर गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 3.2 फीसदी बढ़ा था. इसे निवेश का एक पैमाना माना जाता है.

टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों में अक्टूबर 2021 में 6.1 फीसदी की गिरावट आई. जबकि एक साल पहले इसी माह में इसमें 18.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी. गैर टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों का उत्पादन आलोच्य महीने में 0.5 फीसदी की दर से बढ़ा है. पिछले साल 2020 के अक्टूबर महीने में इसमें 7.3 फीसदी की वृद्धि हुई थी.

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