इंडोनेशिया के सियानजुर क्षेत्र में आए 5.6 तीव्रता के भूकंप में 271 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि बुधवार को मलबे से एक छह साल के बच्चे को जीवित निकाला गया है. बच्चा मलबे के नीचे दो दिनों से अधिक समय तक जीवित रहा. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इंडोनेशिया के पश्चिम जावा प्रांत के आबादी वाले क्षेत्र में शक्तिशाली भूकंप के बाद परिजनों की सूचना पर राहत एंव बचाव दल ने अभियान चलाया.इंडोनेशिया की नेशनल एजेंसी फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट (बीएनपीबी) ने कहा कि बचाव दल ने सियानजुर रीजेंसी के कुगेनांग उप जिले के नागरक गांव में अज़्का मौलाना मलिक को बचाया.
एजेंसी ने कहा कि लड़का अपनी दादी के शव के बगल में मिला था. स्थानीय मीडिया ने बताया कि अज़्का का अब सियांजुर अस्पताल में इलाज चल रहा है. एजेंसी ने कहा कि बचावकर्मियों ने पहले उसके माता-पिता के शव निकाले थे.पश्चिम जावा के सियांजुर क्षेत्र में दोपहर करीब 1:21 बजे 5.6 तीव्रता का भूकंप आया. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार सोमवार को स्थानीय समयानुसार 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर, स्कूल की कक्षाओं के दौरान इमारतें ढह गईं.
बीएनपीबी के प्रमुख मेजर जनरल सुहरयांतो ने कहा कि भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 271 हो गई है. उन्होंने कहा कि मरने वालों में से एक तिहाई से अधिक बच्चे हैं. उन्होंने कहा कि करीब 2,043 लोग घायल हुए हैं और 61,800 लोग विस्थापित हुए हैं. चालीस लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं.
भूकंप में 56 हजार घर हुए क्षतिग्रस्त
भूकंप के कारण 56,320 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से एक तिहाई से अधिक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. अन्य क्षतिग्रस्त इमारतों में 31 स्कूल, 124 पूजा स्थल और तीन स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं. सुहरयांतो ने कहा कि एजेंसी ने विस्थापित लोगों के लिए सुविधाओं के साथ 14 शरणार्थी आश्रय स्थल बनाए हैं. उन्होंने कहा कि पीड़ितों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने अस्थायी तंबुओं को छोड़कर इन मुख्य आश्रय स्थलों में चले जाएं. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सुहरयांतो के अनुसार, बीएनपीबी ने खोज और बचाव कार्यों के लिए 6,000 से अधिक बचावकर्मियों को तैनात किया है.
क्षतिग्रस्त घरों के मालिकों को मिलेगा मुआवजा
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि सरकार भारी क्षतिग्रस्त घरों के मालिकों के लिए लगभग 3,200 अमरीकी डालर तक का मुआवजा प्रदान करेगी. घरों को भूकंप रोधी भवनों के रूप में फिर से बनाया जाएगा.
2004 में भी आई थी तबाही
साल 2004 में उत्तरी इंडोनेशिया में सुमात्रा द्वीप पर 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने 14 देशों को प्रभावित किया, जिसमें हिंद महासागर के तट पर 226,000 लोग मारे गए, जिनमें से आधे से अधिक इंडोनेशिया में थे.
ये भी पढ़ें :