- नए FDTL नियमों, इंडिगो की प्लानिंग चूक से 1300 उड़ानें रद्द हुईं, जिससे देशभर में यात्री संकट गहराया.
- DGCA और सरकार ने फटकार लगाकर अस्थायी छूट दी और इंडिगो ने 10 फरवरी तक ऑपरेशन सामान्य करने का वादा किया.
- इंडिगो ने अपनी गलती स्वीकार की, जबकि पायलट यूनियन ने सुरक्षा जोखिम और स्टाफ की कमी को संकट की मुख्य जड़ बताया.
भारत की घरेलू उड़ानों में करीब 60 फीसद मार्केट शेयर रखने वाली इंडिगो अचानक एक बड़े ऑपरेशनल संकट में फंस गई है. बीते चार दिनों में 1300 से ज्यादा इंडिगो विमान रद्द हुए हैं या उनमें देरी हुई है. इससे हजारों की संख्या में यात्री ट्रैवल नहीं कर सके और DGCA (नियामक) को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके पीछे वजह नए पायलट ड्यूटी नियम, इंडिगो की प्लानिंग की गलतियां और एयरलाइन और DGCA के बीच चल रही बातचीत को बताया जा रहा है. इंडिगो से कहां गलती हुई और अब वो क्या कर रहा है? इंडिगो के यात्रियों को इस संकट से कब तक राहत मिल सकती है? चलिए इंडिगो के इस पूरे संकट को समझते हैं.
DGCA ने क्या राहत दी?
DGCA ने हवाई कर्मचारियों के लिए वीकली रेस्ट वाला अपना आदेश वापस लेने का फैसला किया जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं. DGCA ने अपने आदेश में कहा कि विभिन्न एयरलाइन की तरफ से इस बार में लगातार शिकायतें मिल रही थीं. ऐसे में विमानों की आवाजाही को ठीक करने के लिए वीकली रेस्ट वाला आदेश वापस लेने का फैसला किया गया है.
इंडिगो ने 10 फरवरी तक छूट मांगी
अपने बयान में DGCA ने बताया कि इंडिगो ने 10 फरवरी 2026 तक अपने बेड़े के लिए कुछ फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FTDL) के नए नियमों में अस्थायी परिचालन छूट मांगी है. DGCA ने बताया कि इंडिगो ने यह आश्वासन दिया है कि 10 फरवरी तक उड़ानों के परिचालन में स्थिरता आ जाएगी. फिलहाल इंडिगो करीब 200 उड़ाने रोज रद्द कर रहा है.
पायलट यूनियन क्या कह रहा है?
उधर पायलय एसोसिएशन ने भी DGCA से अपील की कि उड़ान शेड्यूल मंजूर करते समय एयरलाइन के पास उपलब्ध पायलटों की संख्या को भी गंभीरता से देखा जाए. कई पायलटों और यूनियनों ने कहा कि आराम के नियमों में ढील सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकती है. पायलटों ने इंडिगो की शेड्यूलिंग और ट्रेनिंग में कमियों की भी आलोचना की है. वहीं जानकारों का कहना है कि इंडिगो में आए इस संकट के कई वजह हैं. इनमें ज्यादा उड़ानें, कम स्टाफ, कड़े नए नियम और प्लानिंग में चूक शामिल हैं.
इंडिगो ने गलती मानी, CEO का संदेश आया
आखिर इंडिगो ने अपने प्लानिंग की गलती स्वीकार कर ली. उसने स्वीकार किया कि मौजूदा संकट 'गलत आकलन और प्लानिंग की कमियों' के कारण आया. एयरलाइन ने ग्राहकों से माफी मांगी और उनके CEO ने अपने एक संदेश में कहा, "हमारी प्राथमिकता उड़ानों को सामान्य करना है. जो उड़ाने रद्द हुई हैं उनका रिफंड दिया जाएगा और कुछ उड़ाने अस्थायी रूप से कम की जाएंगी."
दुनिया में पहले भी ऐसे संकट हुए हैं...
साउथवेस्ट एयरलाइन्स (अमेरिका, 2022): शेड्यूलिंग सिस्टम फेल होने से हजारों उड़ानें रुक गई थीं.
रायनएयर (यूरोप): हड़ताल और रोस्टर विवादों के कारण कई बार उड़ानें रद्द हुईं. इसी साल जुलाई में हड़ताल की वजह से करीब 30 हजार यात्रियों की उड़ाने रद्द हुई थीं.
क्वांटासः ऑस्ट्रेलियाई एयरलाइन क्वांटास एयरवेज में पायलट और स्टाफ विवाद की वजह से बार-बार ऑपरेशन प्रभावित हुए हैं.














