बिजली संकट : कोयले के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर कोई समस्या नहीं है- रेलवे सूत्र

ऊर्जा मंत्री आरके सिंह मंत्रालय के अफसरों और निजी कंपनियों के साथ बैठक कर चुके हैं. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने साफ कहा था कि देश में कोई बिजली संकट (Power Crisis) नहीं है और न ही होने दिया जाएगा.

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कोयले की कमी को लेकर रेलवे के सूत्रों ने कही ये बात
नई दिल्ली:

बिजलीघरों में कोयले के संकट पर अहम बैठक हुई है. कुछ बिजलीघरों का कोयला खत्म होने के कगार पर है. कोयला संकट की आशंका के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की है. कुछ बिजलीघरों में तो 4 दिन का स्टॉक बचा है.इस पूरे मामले पर रेलवे के शीर्ष अधिकारियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि  हमारी तरफ से कोल सप्लाई को लेकर वैगन और रेक की कोई कमी नहीं है. हम इस संकट के दौर में कोल की सप्लाई को प्राथमिकता दे रहे हैं. इंडस्ट्री को लेकर चलाने वाले रेक में प्राथमिकता फिलहाल कोल पहुंचाने को रेलवे दे रही है. कोल के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर फिलहाल कोई समस्या नहीं. रेलवे के पास करीब 850 रेक हैं. हमारे पास मिनिस्ट्री ऑफ कोल और पावर से जितने भी रेक की मांग की जा रही है, कमी नहीं तो हम दे रहे हैं. दिल्ली को बिजली देने वाले NTPC के दोनों पावर प्लांट्स तक कोयले की सप्लाई दोगुनी कर दी गई है. दादरी और झज्जर में मौजूद अब इन कोल पावर प्लांट्स को हर रोज़ 8-8 रेक यानी मालगाड़ी कोयला दिया जाएगा.  इन प्लांट्स को हर रोज़ 3 से 4 रेक कोयला मिल रहा था, जिसकी वजह से कोयले का संकट खड़ा हो गया था. रोज़ाना रेलवे 435 रेक से करीब 4000 टन कोयले की ढुलाई कर रही है. 2 साल पहले की मालगाड़ी की औसत स्पीड 24 किलो मीटर प्रति घंटा से बढ़कर अब स्पीड 46 किलो मीटर प्रति घंटा तक जा पहुंची है. इस समस्या की वजह कोरोना को लेकर ट्रैक पर ज्यादातर लोकल ट्रेनों का बंद होना और कुछ सेक्शन में डीएफसी का चालू होना है. 

वहीं सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) कोयला आपूर्ति की स्थिति को लेकर मंगलवार को एक समीक्षा भी करने वाला है. देश के कई शहरों में ब्लैक आउट की बढ़ती चिंताओं के बीच यह कदम उठाया गया है. इसके पहले ऊर्जा मंत्री आरके सिंह मंत्रालय के अफसरों और निजी कंपनियों के साथ बैठक कर चुके हैं. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने साफ कहा था कि देश में कोई बिजली संकट (Power Crisis) नहीं है और न ही होने दिया जाएगा. कोयले के स्टॉक पर आरके सिंह ने कहा था कि उनकी कोयला मंत्री प्रह्ललाद जोशी से बात हुई है और कोयला आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.

दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, ओडिशा और आंध्र प्रदेश समेत तमाम राज्य उनके राज्य के बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी की शिकायत कर चुके हैं. इन राज्यों ने कोल इंडिया लिमिटेड से कोयला आपूर्ति बढ़ाने का आग्रह भी किया है. महाराष्ट्र में भी कोयले की कमी से बिजली संकट पैदा हो गया है. राज्य के 7 थर्मल पावर प्लांट की 13 यूनिटों में बिजली उत्पादन ठप हो गया है. चंद्रपुर, भुसावल और नासिक के बिजली संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ है.  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि देश के कई राज्यों में बिजली संकट की स्थिति गंभीर है.

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