"-30 डिग्री तापमान और 1485 किलोमीटर की दूरी..." भारतीय मूल की ब्रिटिश सेना अधिकारी प्रीत चंडी ने रचा इतिहास

कैप्टन प्रीत चंडी ने थकावट और शून्य से 30 डिग्री सेल्सियस कम तापमान से जूझते हुए प्रतिदिन 13 से 15 घंटे के बीच स्कीइंग की. इस दौरान वह कभी-कभी दिन में सिर्फ पांच घंटे की नींद ही ले पाईं, लेकिन उन्‍होंने हार नहीं मानी और इतिहास रच दिया.

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प्रीत चांडी ने अपना सफर 2022 में शुरू किया था

भारतीय मूल की सिख सेना अधिकारी कैप्‍टन प्रीत चंडी ने बिना किसी की मदद के अकेले सबसे लंबा ध्रुवीय स्की अभियान का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर इतिहास रच दिया है. ब्रिटिश सेना का हवाला देते हुए, द इंडिपेंडेंट ने बताया कि कैप्टन चंडी ने 70 दिनों और 16 घंटों में 1,485 किलोमीटर की दूरी तय की और अंटार्कटिका में सबसे लंबे, एकल, और बिना सहायता वाले अभियान का रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने थकावट और शून्य से 30 डिग्री सेल्सियस कम तापमान से जूझते हुए प्रतिदिन 13 से 15 घंटे के बीच स्कीइंग की. इस दौरान उनके सामने कई मुश्किलें आईं, लेकिन उन्‍होंने हार नहीं मानी.  

इंस्टाग्राम पर कैप्टन चंडी ने अपनी उपलब्धि के बारे में पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "पोलर प्रीत ने इतिहास में किसी भी महिला द्वारा सबसे लंबे, एकल, और बिना सहायता वाले ध्रुवीय अभियान का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया है!" 

द इंडिपेंडेंट के अनुसार, कैप्टन चंडी तट से तट तक जाने के अपने लक्ष्य को पूरा करने से लगभग 160 किमी से चूक गईं, जहां से उन्‍होंने शुरुआत की थी. 33 वर्षीय चंडी ने कहा, "मानसिक रूप से, यह जानना कठिन था कि मेरे पास क्रॉसिंग बनाने के लिए पर्याप्त समय नहीं था, लेकिन अभियान मेरी सीमाओं को आगे बढ़ाने और दूसरों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करने के बारे में था, तो मैं कैसे जारी नहीं रख सकती थीं?"

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उन्‍होंने कहा, "मैं निराश हूं कि अंटार्कटिका को पार करने के लिए मेरे पास समय कम था, लेकिन मैंने वह सब कुछ किया जो मैं कर सकती थी. मैंने एक दिन की छुट्टी नहीं ली और हर दिन जितना संभव हो उतना अधिक से अधिक चली. मुझे इसके लिए गर्व महसूस हो रहा है. हालांकि, शुरुआत में जब मैं आगे बढ़ रही थी, तब यह कठिन लग रहा था, लेकिन मैं रुकी नहीं."

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चंडी ने अपने अभियान के बारे में बात करते हुए कहा कि ट्रैक के दौरान अपनी सभी किट और आपूर्ति एक स्लेज पर खींची, जिसका वजन लगभग 120 किलोग्राम था, जबकि तापमान -30 डिग्री सेल्सियस से कम था और हवा की गति 60 मील प्रति घंटे तक. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मैं दिखाना चाहती थी कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से हैं, आप कैसे दिखते हैं या आपकी शुरुआत क्या है, आप वास्तव में कुछ भी हासिल कर सकते हैं." उन्होंने कहा, "अगर डर्बी की एक पंजाबी महिला ऐसा कर सकती है, तो कोई भी कुछ भी हासिल कर सकता है."

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बता दें कि पिछला रिकार्ड 1381 किलोमीटर का था, जो अंजा ब्लाचा ने 2020 में बनाया था. इस रिकॉर्ड को प्रीत चांडी ने तोड़ दिया है, उन्‍होंने अपना सफर 2022 में शुरू किया था. ब्रिटिश सेना की अधिकारी के रूप में कैप्टन प्रीत चंडी ने नेपाल, केन्या और दक्षिण सूडान के संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में सेवाएं दी हैं. ध्रुव पर पहुंचने का रिकार्ड बनाने को लेकर कैप्टन हरप्रीत चंडी को 'पोलर प्रीत' के नाम से जाना जाता है.  

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