ऑपरेशन सिंदूर की नई डिटेल और पिक्चर्स भारतीय सेना ने जारी की, जानिए कैसे थर्राया आतंकवाद

Operation Sindoor: क्रूज़ मिसाइलों, सटीक-निर्देशित बमों और ड्रोन का उपयोग करके पाकिस्तान के सरगोधा, नूर खान (चकलाला), भोलारी, जैकोबाबाद, सुक्कुर और रहीम यार खान, स्कर्दू, पसरूर, मुरीद, रफीकी और चुनियन ठिकानों पर हमला किया गया.

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Operation Sindoor: सैन्य अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर के समय सैटेलाइट पिक्चर्स को देख रहे हैं और रियल टाइम अपडेट ले रहे हैं.

Operation Sindoor: भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर पर अपने कर्मचारियों के लिए एक बुकलेट जारी की है. इस बुकलेट में सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुखों को 'ऑपरेशन रूम' में दिखाया गया है, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर 7 मई के हमलों की निगरानी कर रहे हैं. इसके साथ ही दो नई तस्वीरें भी जारी की गईं हैं, एक में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके त्रिपाठी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और एक वरिष्ठ सेना अधिकारी वॉर रूम में दिखाई दे रहे हैं.

दूसरी तस्वीर में जनरल द्विवेदी और वरिष्ठ अधिकारी 1:05 बजे स्क्रीन की ओर देखते हुए दिखाई दे रहे हैं, जब 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ था. दोनों अधिकारी ड्रोन फुटेज, सैटेलाइट इमेज को देख रहे हैं और ऑपरेशन पर रियल टाइम अपडेट ले रहे हैं. इस ऑपरेशन में भारतीय लड़ाकू विमानों ने सटीक निर्देशित बमों (Precision-guided Bombs) , SCALP क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों के साथ नौ लक्ष्यों पर हमला किया, जिसमें 140 से अधिक आतंकवादी मारे गए.

भारत के हमले ने पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, चकमरू और कोटली, भीमबेर, गुलपुर और मुजफ्फराबाद के दो स्थलों पर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य संबद्ध नेटवर्कों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले प्रमुख सैन्य, ऑपरेशनल और ट्रेनिंग के ढांचे को नष्ट कर दिया, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में स्थित हैं. इनमें से एक स्थल मुरीदके था. ये आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय है, जिसका संचालन हाफिज सईद करता है. इसके साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहलवापुर में मसूद अजहर के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया.

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पाकिस्तान की हरकत पर फिर एक्शन

भारत के सटीक हमलों के बाद, पाकिस्तान ने पुंछ, राजौरी और जम्मू-कश्मीर के अन्य इलाकों में गोलीबारी और गोलाबारी शुरू कर दी, जिसके बाद अगले तीन दिनों में भारतीय सैन्य ठिकानों और शहरों पर कई ड्रोन और मिसाइल हमले हुए.

भारत की मल्टीलेयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हमले से शहरों और सैन्य बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की. मल्टीलेयर डिफेंस सिस्टम, काउंटर अनमैंड एरियल सिस्टम (सी-यूएएस), एल70, जेडएसयू 23 शिल्का, मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (मैनपैड) जैसी एयर डिफेंस गन्स कम उड़ान वाले ड्रोन जैसी बहुत कम दूरी के हवाई लक्ष्यों के लिए एयर डिफेंस की आंतरिक परत बनाती हैं. इसके बाद दूसरी परत आती है, जिसमें पॉइंट डिफेंस सिस्टम शामिल होते हैं, जो किसी विशिष्ट क्षेत्र या संपत्ति की रक्षा करते हैं, स्पाइडर, पिकोरा और ओएसए-एके जैसी कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (एसएएम) इसमें शामिल हैं. तीसरी परत मध्यम दूरी के एसएएम जैसे आकाश और भारत-इजरायल द्वारा बनाई गई एमआरएसएएम है. एयर स्पेस की रक्षा के लिए बाहरी और अंतिम परत एस-400 और लड़ाकू जेट जैसे लंबी दूरी के एसएएम द्वारा बनाई गई है.

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7 मई के हमलों के बाद लगातार हो रहे हमलों के जवाब में भारत ने बलपूर्वक जवाब दिया और पाकिस्तान के 11 हवाई ठिकानों पर हमला किया. क्रूज़ मिसाइलों, सटीक-निर्देशित बमों और ड्रोन का उपयोग करके पाकिस्तान के सरगोधा, नूर खान (चकलाला), भोलारी, जैकोबाबाद, सुक्कुर और रहीम यार खान, स्कर्दू, पसरूर, मुरीद, रफीकी और चुनियन ठिकानों पर हमला किया गया. 8 मई को भारत ने लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस लॉन्चर पर ड्रोन से हमला किया था.

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एनडीटीवी को प्राप्त उपग्रह चित्रों से पता चला है कि भारत की "नपी-तुली और सोची-समझी" प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के सरगोधा, नूर खान (चकलाला), भोलारी, जैकोबाबाद, सुक्कुर और रहीम यार खान में भारी नुकसान हुआ है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रति भारत के तीन सुरक्षा सिद्धांतों को रेखांकित किया और उन शर्तों को भी बताया, जिनके तहत भारत भविष्य में पाकिस्तान के साथ बातचीत करेगा. पीएम ने कहा कि भारत अब इस्लामाबाद की ओर से किसी भी "परमाणु ब्लैकमेल" को बर्दाश्त नहीं करेगा.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि बहावलपुर और मुरीदके ग्लोबल आतंकवाद के विश्वविद्यालय बन गए हैं और उन्हें 9/11 के हमलों, लंदन ट्यूब बम विस्फोटों और पिछले दशक में भारतीय धरती पर हुए हर हमले से जोड़ा गया है. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान सरकार, सेना और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ को उजागर किया जाए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ भविष्य की कोई भी बातचीत केवल आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर पर ही होगी, और किसी और मुद्दे पर नहीं.

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