इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने मुख्तार अब्बास नकवी के आरोपों को निराधार बताया

नकवी ने इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल पर पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के साथ सम्बंध रखने का आरोप लगाया था

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मुख्तार अब्बास नकवी (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC) ने मुख़्तार अब्बास नक़वी द्वारा लगाए आरोपों को फ़र्ज़ी बताया है और कहा है कि भारत सरकार उसके ख़िलाफ़ दुष्प्रचार कर रही है. इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC) एक अमेरिका-स्थित एडवोकेसी NGO है जो भारत को विविध और सहिष्णु बनाए रखने के लिए समर्पित है. उसने भारत सरकार के मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी द्वारा उस पर लगाए आरोपों को निराधार बताया है.

नकवी ने 27 जनवरी को एक प्रेस वार्ता  में IAMC पर पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI (Inter Services Intelligence) के साथ सम्बंध रखने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि वैश्विक शांति भंग करने की साज़िश करने वाले संगठनों के साथ IAMC सम्बंध रखता है. उन्होंने कहा था कि IAMC के संबंध सिमी (Students Islamic Movement of India) के साथ भी थे जो भारत में प्रतिबंधित संगठन है.

नक़वी ने ये भी कहा था कि IAMC लंबे समय से एंटी-इंडिया प्रॉपोगैंडा में लिप्त है. नक़वी ने आरोप लगाया था कि IAMC का भारत में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का इतिहास रहा है और कहा था कि सभी जानते हैं कि IAMC पाकिस्तान द्वारा स्पॉन्सर्ड है.

IAMC ने सभी आरोपों का खंडन किया और कहा है कि नक़वी और प्रधानमंत्री मोदी की सरकार को चुनौती देता है कि वे एक भी आरोप को साबित करने के लिए सबूत पेश करें. IAMC का पाकिस्तान, ISI या SIMI से कोई संबंध नहीं है. IAMC का भारत में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का कोई इतिहास नहीं रहा है.

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