भारत ने चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से रोका, पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश

चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह एक सांकेतिक कदम है. जिसके ज़रिए पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया है कि आने वाले हफ्तों में और अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाए जाएंगे.

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भारत ने चिनाब नदी का पानी रोका.

जम्मू-कश्मीर:

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद से भारत पाकिस्तान के खिलाफ लगातार एक्शन मोड में है. पाकिस्तान को बूंद-बूंद को तरसाने की तैयारी की जा रही है ताकि उसे पता चल सके कि आतंकियों को पालने-पोषने का अंजाम क्या होता है. भारत ने पहले सिंधु नदी समझौते को सस्पेंड कर दिया. अब पाकिस्तान के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर में दो जलविद्युत बांधों के ज्यादातर जलद्वार गेट बंद कर दिए हैं. इसी रास्ते से चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान जाता है.

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सलाल और बगलिहार बांध के सभी गेट बंद

सलाल बांध और बगलिहार जलविद्युत परियोजना बांध के अधिकतर गेट बंद कर पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की कोशिश की गई है.  भारत की इस सख्त कार्रवाई की वजह से पाकिस्तान की तरफ बहने वाली चिनाब नदी में जम्मू के अख़नूर इलाके में पानी का स्तर कमर से भी नीचे चला गया है.

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रोक दिया चिनाब नदीं का पानी

चिनाब नदी के प्रवाह को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भारत द्वारा उठाया गया यह एक सांकेतिक कदम है. जिसके ज़रिए पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया है कि आने वाले हफ्तों में और अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाए जाएंगे. सलाल बांध और बगलिहार बांधों के जलाशयों को पिछले शुक्रवार और शनिवार को गाद निकालने की प्रक्रिया के तहत खाली कर दिया गया था.

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पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर 'वाटर स्ट्राइक'

बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला कर 26 लोगों की जान ले ली थी.जिनमें ज्यादातर पर्यटकों शामिल थे. इस घटना के बाद से ही भारत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है. पहले सिंधु नदी समझौता स्थगित किया फिर पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लौटने का सख्त आदेश दे दिया. अब चिनाब नदी का पानी भी रोक दिया गया है. ताकि उसे पता चल सके कि आतंकियों का साथ देने का क्या अंजाम होता है.