ईरान के पाकिस्तान में हमलों पर भारत का बयान.(फाइल फोटो)
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने हमलों पर कहा," हमने पाकिस्तान की धरती पर सिर्फ ईरानी (Iran Airstrike On Pakistan) आतंकवादी समूह को निशाना बनाया. हम पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता या खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं है."
- ईरान के मंगलवार रात को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल अद्ल ( Jaish al-Adl) के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है.
- ईरान के मिसाइल और ड्रोन अटैक में 2 बच्चों की मौत और तीन लोगों के घायल होने की पुष्टि पाकिस्तान ने की है. पाकिस्तान ने अब ईरान को इसके लिए गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी है. इस पूरे मामले पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है.
- भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को ईरान-पाकिस्तान तनाव पर कहा कि ये ईरान और पाकिस्तान का आपसी मामला है. जहां तक भारत का सवाल है, तो आतंकवाद को लेकर हमारी नीति ज़ीरो टॉलरेंस की है.
- पाकिस्तान पर की गई ईरान की एयरस्ट्राइक पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम इस बात को समझते हैं कि कई देश आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हैं."
- ईरान मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने अपने बॉर्डर पर फौज की तैनाती अचानक बढ़ा दी है. माना जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना आतंकियों को ढाल बनाकर ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकती है.
- न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, ईरानी सेना इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने मंगलवार-बुधवार की रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सुन्नी आतंकी संगठन जैश-अल-अद्ल के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए.
- ईरान के हमलों के बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर सख्त विरोध जताया. जियो न्यूज' की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद पाकिस्तान में जबरदस्त सियासी और सेना की कवायद देखी गई. रातभर मीटिंग्स का दौर चलता रहा.
- विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने बुधवार दोपहर मीडिया से बातचीत में कहा, "हमने तेहरान में मौजूद अपने राजदूत से तुरंत देश वापस लौटने को कहा है. ईरान के राजदूत को भी देश छोड़ने के लिए कह दिया गया है." हालांकि अभी वह अपने देश में ही मौजूद हैं.
- विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा ने कहा, " ईरान ने उकसाने वाली हरकत की है. हम इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते."
- जैश-अल-अद्ल पहले ग्लोबल टेररिस्ट संगठन जुंदल्लाह का हिस्सा था. जैश-अल-अद्ल का मतलब 'इंसाफ की फौज' यानी 'न्याय की सेना' होता है, यह एक सुन्नी सलाफी अलगाववादी आतंकी संगठन है. इसका मुख्य ठिकाना पाकिस्तान के बलूचिस्तान में है.
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