भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि उसने 26/11 के मुंबई हमलों से लेकर पिछले महीने पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की “बर्बर सामूहिक हत्या” तक, दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना किया है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली चर्चा में एक वक्तव्य देते हुए ये टिप्पणियां कीं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं कई मुद्दों पर पाकिस्तान के प्रतिनिधि के निराधार आरोपों का जवाब देने के लिए बाध्य हूं.''
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने दशकों से अपनी सीमाओं पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना किया है. इसमें मुंबई शहर पर हुए 26/11 के भयानक हमले से लेकर अप्रैल 2025 में पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की बर्बर सामूहिक हत्या तक शामिल है.''
हरीश ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी आतंकवाद के शिकार मुख्य रूप से आम नागरिक रहे हैं, क्योंकि इसका उद्देश्य हमारी समृद्धि, प्रगति और मनोबल पर हमला करना रहा है. ऐसे देश का नागरिकों की सुरक्षा पर चर्चा में भाग लेना भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अपमान है.''
पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने छह मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सटीक हमले करके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में नौ आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया था. इसके तुरंत बाद, पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया.