डीजल-बिजली नहीं, भारत में हाइड्रोजन से दौड़ेगी ट्रेनें, जबरदस्त पावर वाली ऐसे ट्रेन का सफल ट्रायल

हाइड्रोजन चालित कोच के सफल परीक्षण की जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करके दी. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Hydrogen Train India
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • भारत ने चेन्नई स्थित आईसीएफ में पहले हाइड्रोजन चालित कोच का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.
  • भारत 1,200 एचपी क्षमता वाली हाइड्रोजन ट्रेन विकसित कर हाइड्रोजन ट्रेन तकनीक में अग्रणी बनने की दिशा में है.
  • देश ने बुलेट ट्रेन के बाद पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक 422 मीटर लंबी IIT मद्रास की मदद से तैयार की है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

Hydrogen Train In India: भारत अब भविष्य को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक यातायात सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है. इस कड़ी में हम अब हाइड्रोजन ट्रेन विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं.हाइड्रोजन ट्रेन विकसित करने को लेकर शुक्रवार का दिन बेहद खास रहा. दरअसल, चेन्नई स्थित आईसीएफ में पहले हाइड्रोजन चालित कोच (ड्राइविंग पावर कार) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इस सफल परीक्षण की जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करके दी. 

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि चेन्नई स्थित आईसीएफ में पहले हाइड्रोजन चालित कोच (ड्राइविंग पावर कार) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.भारत 1,200 एचपी हाइड्रोजन ट्रेन विकसित कर रहा है. इससे भारत हाइड्रोजन चालित ट्रेन तकनीक में अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा. 

आपको बता दें ये कोई पहला मौका नहीं है जब भारत ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक यातायात सुविधाओं को विकसित करने को लेकर कोई परीक्षण किया हो. कुछ महीने पहले ही इस कड़ी में बुलेट ट्रेन के साथ-साथ अब हाइपरलूप ट्रैक का नाम भी शामिल हो चुका है. इस दिशा में तेजी आगे बढ़ते हुए ही देश में पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक को तैयार कर लिया गया था. इस हाइपर लूप के शुरू होने से महज 30 मिनट में 300 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकेगा.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स एक पोस्ट भी साझा किया था. 422 मीटर के इस हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक को IIT मद्रास की मदद से तैयार किया गया है. रेल मंत्री ने टेस्ट ट्रैक के तैयार होने पर बधाई भी दी है. साथ ही कहा है कि ये भविष्य के यातायात को और सुगम बनाएगा.

हाइपरलूप ट्रैक आखिर होता क्या है? 

सरल भाषा में अगर आपको समझना चाहें तो हाइपलूप एक अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली है, जो वैक्यूम ट्यूब में विशेष कैप्सूल के जरिए अत्यधिक तेज रफ्तार से यात्रा करने की संभावना प्रदान करती है. वर्जिन हाइपरलूप का टेस्ट 9 नवंबर 2020 को अमेरिका के लास वेगास में 500 मीटर के ट्रैक पर एक पॉड के साथ आयोजित किया गया था.  इसकी रफ्तार 161 किलोमीटर प्रति घंटा थी.

Advertisement