स्टार्टअप इकोसिस्टम का केंद्र बना भारत : जम्मू विश्वविद्यालय में बोले अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “भारत अगले पांच वर्षों में आठ लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ 50 लाख मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन कर इसका वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है.”

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अनुराग ठाकुर ने कहा किभारत स्टार्टअप इकोसिस्टम का केंद्र बन गया है.
जम्मू:

केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारत को स्टार्टअप इकोसिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) का केंद्र बताया. उन्होंने कहा कि भारत 30 अरब डॉलर के 90,000 स्टार्टअप और 107 यूनिकॉर्न कंपनियों के साथ स्टार्टअप के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर शनिवार को जम्मू विश्वविद्यालय में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) के तत्वावधान में आयोजित 36वें इंटर-यूनिवर्सिटी नॉर्थ जोन यूथ फेस्टिवल (अंतर्नाद) के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब टीकों, मोबाइल फोन और रक्षा उपकरणों का सबसे बड़ा निर्यातक भी बन गया है.

सप्ताह भर चले इस उत्सव में देशभर के 18 विश्वविद्यालयों के 1,000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.

ठाकुर ने कहा, “भारत अब दुनिया में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का केंद्र है। 30 अरब डॉलर के 90,000 स्टार्टअप और 107 यूनिकॉर्न कंपनियों के साथ वह स्टार्टअप के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, जो देश के युवाओं के योगदान के कारण ही मुमकिन हो पाया है.”

उन्होंने कहा कि सतत विकास की खातिर हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए स्थायी निवेश की जरूरत है, ताकि हरित रोजगार सृजित हो सके.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इस बाबत भारत अगले पांच वर्षों में आठ लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ 50 लाख मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन कर इसका वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है, जो दुनिया का 10 प्रतिशत है. इससे देश के युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर हरित रोजगार पैदा होंगे.”<

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