प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को जी20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला डी सिल्वा को सौंपी और भारत की अध्यक्षता के दौरान लिए गए फैसलों पर हुई प्रगति की समीक्षा के लिए नवंबर में एक डिजिटल सत्र के आयोजन का प्रस्ताव दिया. वहीं एक ट्वीट कर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति डी सिल्वा से मुलाकात और भारत के साथ ब्राज़ील के संबंधों का जिक्र किया.
पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति इनासियो लूला डी सिल्वा से बेहतरीन मुलाकात. भारत और ब्राज़ील के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं. हमने कृषि, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में व्यापार और सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों के बारे में बात की. मैंने ब्राज़ील की आगामी G20 अध्यक्षता के लिए भी अपनी शुभकामनाएं दीं."
ब्राजील आधिकारिक रूप से इस साल एक दिसंबर को जी20 समूह के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील को पूरा समर्थन दिया है और विश्वास जताया है कि उसकी अध्यक्षता जी20 समूह के साझा लक्ष्यों को आगे लेकर जाएगी.
पीएम ने कहा, ‘‘भारत ने ब्राजील को गैवल (हथौड़ा) सौंप दिया है. हमारा अटूट विश्वास है कि वे समर्पण, दूरदर्शिता के साथ नेतृत्व करेंगे और समृद्धि के साथ ही वैश्विक एकता को भी आगे बढ़ाएंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा प्रस्ताव है कि हमें नवंबर के अंत में जी20 के डिजिटल सत्र का आयोजन करना चाहिए. उस सत्र में, हम उन मुद्दों की समीक्षा कर सकते हैं, जिन पर इस शिखर सम्मेलन के दौरान सहमति बनी थी. हमारे दल इसका विवरण सभी के साथ साझा करेंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि आप सभी इसमें (सत्र में) शामिल होंगे.''
जी20 शिखर सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लूला डी सिल्वा ने कहा कि समूह की ‘‘विभाजित जी20'' में कोई दिलचस्पी नहीं थी और संयुक्त कार्रवाई से ही आज की चुनौतियों का सामना किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ‘गैवल' सौंपे जाने के तुरंत बाद उन्होंने कहा, ‘‘हमें संघर्ष के बजाय शांति और सहयोग की आवश्यकता है.''
जी20 का अगला शिखर सम्मेलन नवंबर 2024 में रियो डी जेनेरियो में होगा.