"दुनिया की फार्मेसी बन रहा है भारत": शीर्ष WHO वैज्ञानिक ने 75 सालों की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से बताया एक

सौम्‍या स्‍वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा कि भारत दुनिया की फार्मेसी बन रहा है, यह 75 सालों में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. स्वामीनाथन ने स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र (Healthcare Sector) में देश की उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते हुए यह बात कही.

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स्‍वामीनाथन ने कहा कि भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी झटके आते हैं तो भी हम उनसे निपट सकते हैं.

नई दिल्ली:

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्‍य वैज्ञानिक सौम्‍या स्‍वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा कि भारत दुनिया की फार्मेसी बन रहा है, यह 75 सालों में भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. स्वामीनाथन ने स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र (Healthcare Sector) में देश की देश की उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते हुए यह बात कही. NDTV के 'स्‍वस्‍थ भारत, संपन्‍न भारत' टेलीथॉन में बोलते हुए डॉ. स्‍वामीनाथन ने देश की चार बड़ी उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया. पोलियो के उन्‍मूलन और कुछ अन्‍य वैक्‍सीन से बीमारियों की रोकथाम से लेकर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने से लेकर सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज तक भारत दुनिया की फार्मेसी बन रहा है. 

हालांकि, सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड-19 महामारी ने भारत सहित लगभग हर देश में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि भारत को टीबी के उपचार, गैर-संचारी रोगों, प्रसवपूर्व और बाल स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण में एक झटका लगा है. 

स्‍वामीनाथन ने कहा, "आने वाले महीनों में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी और न केवल पकड़ने के लिए, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए कि हम भविष्य में स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए सिस्टम के भीतर लचीलापन पैदा करें. यदि भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी झटके आते हैं तो भी हमअन्य आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं से समझौता किए बिना उनसे निपट सकते हैं." 

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संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के अनुसार, भारत में बीमारी के बोझ में कुपोषण प्रमुख योगदानकर्ता है. यह 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है. कोविड महामारी ने स्थिति को विकट कर दिया है. स्वामीनाथन ने विशेषज्ञों को आंकड़ों को ध्यान से देखने के लिए आगाह किया है क्योंकि वायरस ने परिवारों को प्रभावित किया है और लोगों को गरीबी में धकेल दिया है. 

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