भारत (India) और जापान (Japan) ने नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए शनिवार को स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी का विस्तार करने पर सहमति जतायी. इसके तहत ई-वाहनों, बैटरी भंडारण और हरित हाइड्रोजन पर जोर दिया जाएगा. चौदहवें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के तहत जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई वार्ता के बाद भारत-जापान स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी पर एक बयान जारी किया गया।
बयान में कहा गया है, ''भारत और जापान स्थायी आर्थिक विकास और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लक्ष्यों को प्राप्त करने के मकसद से ऊर्जा की एक सुरक्षित व स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के सिलसिले में विभिन्न विकल्पों का पता लगाने की आवश्यकता को स्वीकार करते हैं. वे इस विचार को साझा करते हैं कि निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था प्राप्त करने का कोई एक मार्ग नहीं है, बल्कि प्रत्येक देश के लिए अलग-अलग रास्ते हैं.'