भारत ने गुरुवार को एक अरब टीके के आंकड़े को छू लिया
भारत ने गुरुवार को 100 करोड़ से अधिक नागरिकों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है. जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समेत कई देशों ने बधाई दी है. वहीं अब सरकार इसी वर्ष देश के 94.4 करोड़ युवाओं को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
10 प्वाइंट्स में पढ़ें भारत की इस उपलब्धि के बारे में..
- सरकार के मुताबिक, देश की 130 करोड़ आबादी की तीन चौथाई जनता ने कोविड वैक्सीन की एक डोज ले ली है. वहीं करीब 30 प्रतिशत जनता ने दोनों डोज लगवा ली हैं.
- इस उपलब्धि के लिए दिल्ली के आरएमएल अस्पताल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी और इसे भारतीय विज्ञान, उद्योग और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की विजय करार दिया.
- जिन पांच राज्यों में सबसे अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई हैं उनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश शामिल हैं.
- नीति आयोग सदस्य और सरकार की वैक्सीन पैनल के चीफ वीके पॉल ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के 9 महीने से कुछ अधिक समय में ही वैक्सीन के 100 करोड़ डोज लगाना गर्व की बात है.
- डॉ पॉल ने कहा कि भले ही पहली खुराक 75 प्रतिशत से अधिक लोगों को दी जा चुकी है, लेकिन लेकिन 25 प्रतिशत अभी भी बिना टीकाकरण के रहते हैं.
- डब्लूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक, दक्षिण-पूर्व एशिया, डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. मजबूत राजनीतिक नेतृत्व, स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्कर्स की कड़ी मेहनत के बिना इतने कम समय में ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं था.
- देश में कोविड के खिलाफ वैक्सीनेशन की खुराक का आंकड़ा 100 करोड़ पार करने पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने खुशी जताई है और कहा है कि इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दूरदृष्टि को जाता है. इसके साथ ही उन्होंने उन लोगों पर नाराजगी जाहिर की जिन्होंने अपनी बारी आने पर वैक्सीन की दूसरी डोज़ नहीं लगवाई.
- सौ करोड़ टीकाकरण में योगदान के मामले में महाराष्ट्र (Maharashtra) दूसरे नम्बर पर है. यहां भी 100 करोड़ टीके का जश्न मना. महानगर मुंबई (Mumbai) के सबसे बड़े वैक्सीनेशन सेंटर पर केक कटा, रंगोली सजाई गई और कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया.
- अप्रैल और मई में प्रति दिन 4 लाख से अधिक कोरोना केस और 4,000 मौत के बाद चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था के कई महीनों बाद भारत ने इस मुकाम को हासिल किया है.
- वर्तमान में देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से कम हुई है. प्रतिदिन के मामले 15,000 के आसपास तक पहुंच गए हैं .
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