नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बुधवार को आयकर विभाग ने छापामारी (Income Tax raids) की. नोएडा के एक नामी हॉस्पिटल मेट्रो पर आयकर विभाग ने छापा मारा. सेक्टर 11 और सेक्टर 12 में हॉस्पिटल में इनकम टैक्स के छापे की कार्रवाई चल रही है. आयकर विभाग के दर्जन भर अधिकारी हॉस्पिटल में मौजूद हैं. विभाग की टीम कागजों की जांच पड़ताल में जुटी है. हॉस्पिटल में नोएडा पुलिस भी मोजूद है. फरीदाबाद के चार बड़े अस्पतालों पर भी इनकम टैक्स की छापामारी चल रही है. फरीदाबाद के QRG, सर्वोदय, SSB और एकॉर्ड अस्पताल में और इन अस्पतालों से जुड़े लोगों के ठिकानों पर रेड चल रही है.
नोएडा और एनसीआर के आधा दर्जन बड़े हॉस्पिटल एक बार फिर इनकम टैक्स विभाग के निशाने पर हैं. बुधवार की सुबह इनकम टैक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा में मेट्रो ग्रुप के दो हॉस्पिटलों पर छापेमारी की. इसके अलावा आयकर विभाग की छापेमारी फरीदाबाद के भी हॉस्पिटल से चल रही है.
नोएडा और एनसीआर में हार्ट के सबसे बड़े अस्पताल समूह के सेक्टर 11 और सेक्टर 12 में स्थित मेट्रो हॉस्पिटल पर इनकम टैक्स विभाग के एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी बुधवार की सुबह ही पहुंच गए. अस्पताल के प्रवेश द्वारों को बंद करके पुलिस का पहरा लगा दिया गया लेकिन इस दौरान इस बात का भी ध्यान रखा गया कि अस्पताल में भर्ती या आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. अधिकारी कागजों की जांच पड़ताल करने में जुटे हैं. कार्रवाई के बारे में अधिकारी कुछ कहने से बच रहे हैं. उनका कहना है कि कार्रवाही पूरी होने पर जानकारी साझा की जाएगी.
इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के अनुसार मेट्रो अस्पताल पर अकाउंटेड कैश रिसीव, अनअकाउंटेड इन्वेस्टमेंट और अकाउंट बुक में मैनिपुलेशन के इनपुट मिलने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है. छापेमारी की कार्रवाई के दौरान काफी दस्तावेजों की जांच की जा रही है और बहुत सारे दस्तावेज आयकर विभाग ने अपने कब्जे में लिए हैं.
उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले नोएडा में इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई पहले भी पहली बार नहीं हुई है इससे पहले भी इनकम टैक्स विभाग ने 2019 में न्यू हॉस्पिटल समेत कई डॉक्टरों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी.
गौरतलब है कि नोएडा के सेक्टर 19 में 9 जुलाई को एनबीसीसी के पूर्व सीजीएम के घर पर इनकम टैक्स का छापा मारा गया था. रेड में इनकम टैक्स की टीम ने कई दस्तावेज खंगाले थे. सूत्रों के मुताबिक छापे के दौरान दो करोड़ रुपये से ज्यादा कैश भी बरामद हुआ था.
भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद नोटों की गिनती के लिए मशीनें भी मंगाई गई थीं. इनकम टैक्स विभाग ने परिवार से कैश को लेकर दस्तावेज मांगे थे. इनकम टैक्स विभाग ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी जुटाए थे. माना जा रहा है कि छापेमारी एनबीसीसी से जुड़े एक पुराने मामले को लेकर की गई थी.