कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आयकर विभाग ने पांच अलग-अलग वित्तीय वर्षों के टैक्स रिटर्न में कथित विसंगतियों के लिए 1823.08 करोड़ रुपये के भुगतान के नए नोटिस उसे जारी किए हैं लेकिन उसने भारतीय जनता पार्टी को लेकर आंखें बंद कर ली हैं जबकि उस पर 4600 करोड़ रुपये का जुर्माना बनता है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव से पहले ‘कर आतंकवाद' (टैक्स टेररिज्म) के जरिये विपक्ष पर हमला किया जा रहा है.
आयकर विभाग के नए कदम को लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है जो पहले ही धन की कमी का सामना कर रही है.
माकन ने संवादादाताओं से कहा, ‘‘कल हमें आयकर विभाग से 1823.08 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए नए नोटिस मिले हैं. पहले ही आयकर विभाग ने हमारे बैंक खाते से जबरन 135 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं.'
उनके मुताबिक, इन 1823 करोड़ रुपये में से 53.9 करोड़ रुपये की मांग वित्त वर्ष 1993-94 के कर आकलन के आधार पर की गई है जब सीताराम केसरी कांग्रेस के अध्यक्ष थे.
माकन की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, आयकर विभाग ने वर्ष 2016-17 के लिए 181.99 करोड़ रुपये, 2017-18 के लिए 178.73 करोड़ रुपये, 2018-19 के लिए 918.45 करोड़ रुपये तथा 2019-20 के लिए 490.01 करोड़ रुपये के नोटिस दिए हैं. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु किया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आयकर विभाग के जिन नियमों की आड़ में कांग्रेस को परेशान किया जा रहा है, उन्हीं नियमों को लेकर भाजपा को छूट दी जा रही है. कांग्रेस का 14 लाख रुपए का वायलेशन बताकर ‘भाजपा के आयकर विभाग' ने कांग्रेस के 135 करोड़ रुपए ले लिए. लेकिन भाजपा को 42 करोड़ रुपये का चंदा देने वालों का न कोई नाम है, न कोई पता है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं की.''
माकन का कहना था, ‘‘आयकर विभाग ने भाजपा के 42 करोड़ रुपये से संबंधित नियमों के उल्लंघन पर तो आंख पर पट्टी बांध ली, लेकिन कांग्रेस के 14 लाख रुपये जो कि हमारे 23 नेताओं ने दिए हैं, जिनके नाम और पते भी हैं, उसके आधार पर हमारे 135 करोड़ रुपये छीन लिए.'' उन्होंने कहा कि भाजपा से 4617 करोड़ रुपये वसूले जाने चाहिए.
रमेश ने दावा किया, ‘‘पूरे देश को पता चल गया है कि चुनावी बॉण्ड घोटाले से भाजपा ने करीब 8,250 करोड़ रुपये चंदा इकट्ठा किया है...भाजपा सरकार अलग-अलग तरीके से लगातार विपक्षी पार्टी को कमजोर करने का प्रयास कर रही है.''
आयकर अधिकारियों द्वारा 210 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने और उसके बैंक खातों को ‘फ्रीज' करने के कारण कांग्रेस पहले से ही धन की कमी का सामना कर रही है. पार्टी को मामले में उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली है और वह जल्द ही उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी.
पार्टी ने भाजपा पर 19 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उसे आर्थिक रूप से पंगु बनाने और उसके खिलाफ कर अधिकारियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.