पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मतदाता सूची को अपडेट करने में जुटे अधिकारियों से गुरुवार को कहा कि वे 18 साल की आयु प्राप्त कर चुके लोगों को इसमें शामिल करें और किसी को भी धार्मिक पहचान के आधार पर इससे बाहर ना करें. बनर्जी ने यहां एक प्रशासनिक बैठक में आरोप लगाया कि ''साजिश रची जा रही है और कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लगभग 30 प्रतिशत मतदाताओं को नई सूची से बाहर कर दिया गया है.''
ममता बनर्जी ने बैठक में कहा, ''मैं अधिकारियों से अनुरोध करती हूं कि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार सभी का नाम शामिल करें. उन्हें 18 साल की उम्र पूरी कर चुके लोगों को अवश्य शामिल करना चाहिए और धार्मिक पहचान के आधार पर किसी को भी बाहर नहीं करना चाहिए.''
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को मतदाता सूची तैयार करने पर नजर रखने का भी निर्देश दिया, ताकि यह पड़ताल की जा सके कि कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं है.
उन्होंने कहा, ''डीएम, एसपी को उन शिविरों का औचक दौरा करना चाहिए, जहां मतदाता सूचियां तैयार की जाती हैं. विधायकों, जिला परिषद सदस्यों को भी इस पर नजर रखनी चाहिए.''
बुधवार को प्रकाशित एक मतदाता सूची के मसौदे के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 7,42,88,233 मतदाता हैं, जो एक साल पहले की तुलना में 12,577 कम हैं.