वृद्धिशील परिवर्तन के मामले में नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में UP सबसे ऊपर

नीति आयोग ने चौथा स्वास्थ्य सूचकांक सोमवार को जारी किया है जिसमें यह जानकारी दी गई है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश बड़े राज्यों में वृद्धिशील स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता के रूप में उभरा है, जबकि मिजोरम ने छोटे राज्यों की श्रेणी में अच्छा प्रदर्शन किया है. नीति आयोग ने चौथा स्वास्थ्य सूचकांक सोमवार को जारी किया है जिसमें यह जानकारी दी गई है. स्वास्थ्य सूचकांक के चौथे दौर में 2019-20 की अवधि को (संदर्भ वर्ष के रूप में) लिया गया है. सरकारी थिंक टैंक की रिपोर्ट के मुताबिक वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है और उसने आधार वर्ष (2018-19) से संदर्भ वर्ष (2019-20) में उच्चतम वृद्धिशील परिवर्तन दर्ज किया है.

इसने यह भी कहा गया है कि आधार वर्ष (2018-19) से संदर्भ वर्ष (2019-20) तक, उत्तर प्रदेश ने 43 संकेतकों / उप-संकेतकों में से 33 में सुधार किया है. रिपोर्ट कहती है कि दूसरी ओर, केरल ने केवल 19 संकेतकों में सुधार दिखाया और इसके अतिरिक्त तीन संकेतक पूरी तरह से हासिल करने की श्रेणी में थे. उसमें कहा गया है कि समग्र प्रदर्शन के मामले में, केरल सबसे आगे है. हालांकि लगभग आधे संकेतक / उप-संकेतक में उसका प्रदर्शन खराब रहा या स्थिर रहा.

स्वास्थ्य के पैमाने पर यूपी-बिहार की हालत सबसे खराब, जानिए नीति आयोग की रिपोर्ट में कौन किस पायदान पर

रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य सूचकांक 24 संकेतकों पर आधारित है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें विश्व बैंक ने तकनीकी सहायता दी है. बयान के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रोत्साहन के लिए इस सूचकांक को जोड़ने का निर्णय लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस वार्षिक सूचकांक के महत्व पर फिर से जोर दिया है.

Advertisement
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Shefali Jariwala Death Mystery: शेफाली का कमरा देख Mumbai Police के भी होश उड़े, ऐसा क्या मिला?
Topics mentioned in this article