- कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं की शादी की उम्र को लेकर दिए बयान को लेकर विवाद हो गया है.
- हालांकि अब अनिरुद्धाचार्य ने माफी मांगी है और अपनी सफाई में कहा है कि मैं नारी का अपमान नहीं कर सकता हूं.
- मथुरा बार एसोसिएशन के नेतृत्व में महिला अधिवक्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुतला फूंका.
कचावाचक अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) ने महिलाओं की शादी की उम्र को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की थी. देश के कई शहरों की महिलाओं ने अनिरुद्धाचार्य के बयान पर नाराजगी जाहिर की थी और उनके खिलाफ केस दर्ज करने और एक्शन की मांग की थी. हालांकि एनडीटीवी पर खबर दिखाए जाने के बाद अनिरुद्धाचार्य ने अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि मैं नारी का अपमान नहीं कर सकता हूं. हालांकि उन्होंने अपनी सफाई के साथ ही एक नया विवाद भी खड़ा कर दिया है.
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का वृंदावन में गौरा गोपाल आश्रम है. वो आश्रम से ही भक्तों को ज्ञान देते हैं, लेकिन ज्ञान और दिखावे में फर्क होता है. ज्ञान के नाम पर किसी को भी कुछ भी कह देना यह सही नहीं है. हालांकि इस मामले पर उन्होंने सफाई दी और माफी भी मांगी है. उन्होंने कहा कि मैं कभी भी नारी का अपमान नहीं कर सकता हूं.
हालांकि अपनी सफाई में एक बार फिर उन्होंने कंट्रोवर्सी खड़ी कर दी. अनिरुद्धाचार्य ने लिव इन रिलेशनशिप में रह चुकी लड़कियों पर बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया और कह दिया कि जो लड़कियां किसी के साथ पहले रह चुकी हों वो रिश्ता कैसे निभाएंगी.
मुश्किलों में फंसते दिख रहे अनिरुद्धाचार्य
अनिरुद्धाचार्य महिलाओं की उम्र को लेकर दिए अपने बयान को लेकर मुश्किलों में फंसते दिख रहे हैं. मथुरा में अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ वकीलों ने प्रदर्शन किया और बयान को लेकर गुस्सा जाहिर किया. मथुरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में महिला अधिवक्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. अनिरुद्धाचार्य का पुतला दहन किया गया और अब वकीलों ने उनके खिलाफ केस दायर करने की तैयारी कर ली है.
बार एसोसिएशन का कहना है कि अनिरुद्धाचार्य की टिप्पणी से समाज की अविवाहित युवतियों और महिलाओं की भावनाएं आहत हुई हैं. बार एसोसिएशन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और महिला अधिवक्ता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.
सनातनियों ने भी बयान को बताया गलत
कई बाबा हैं जो यह दावा करते हैं कि सनातन के नाम पर उनके पास ज्ञान का भंडार है, लेकिन कई बार यही ज्ञान बाबा बड़बोलेपन की शक्ल में भारी पड़ने लगते हैं और फिर जब पीछे मुड़कर के देखते हैं और सुनते हैं तो कोई साथ खड़ा नजर नहीं आता है, क्योंकि बात संस्कारों की चौखट से निकलकर बेशर्मी के आंगन तक पहुंच जाती है. सनातनियों ने भी उनसे माफी मांगने की मांग की और कहा कि बाबा का बयान गलत है. वहीं श्री कृष्ण जन्मभूमि महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी अनिरुद्धाचार्य के बयान से आहत हैं.
मथुरा बार एसोसिएशन ने मामले की गंभीरता समझी और कहा कि महिला वकीलों के साथ हैं. अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो अदालत जाएंगे.