जबरदस्त ठंड में लखनऊ का सियासी पारा बढ़ा हुआ है. रविवार को सुबह 11 बजे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंच गए. अखिलेश यादव से पुलिस ने चाय के लिए पूछा तो उन्होंने कहा कि “आप इसमें जहर मिलाकर दे रहे हों तो?” रविवार को सुबह सपा के सोशल मीडिया के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अखिलेश यादव इसके विरोध में बीजेपी के सोशल मीडिया के कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे.
अखिलेश यादव लगभग दो घंटे पुलिस मुख्यालय में मौजूद रहे. इस बीच मुख्यालय के बाहर बड़ी तादाद में सपा कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए. अखिलेश यादव ने बयान दिया कि उनसे बात करने के लिए पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी मौजूद नहीं था. इस पर यूपी पुलिस के हाथ पैर फूल गए और थोड़ी देर में आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने अखिलेश यादव से शिकायत पत्र स्वीकार किया.
अखिलेश यादव से पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों ने चाय के लिए पूछा. इस पर उन्होंने कहा कि, ''नहीं चाय आप नहीं, हम बुलवाते हैं. इसके बाद उन्होंने एक पार्टी कार्यकर्ता से कहा कि देखो कोई चाय की दुकान खुल गई हो तो चाय ले आओ.''
इसके बाद अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि, ''हम आपकी चाय नहीं पियेंगे. यहां की चाय नहीं पियेंगे, बाहर की पियेंगे. या फिर हम अपनी चाय लाएंगे, कप आपका ले लेंगे. हम नहीं पी सकते, जहर दे दोगे तो? हां, हमें भरोसा नहीं है. सच में भरोसा नहीं है मुझे. हम बाहर से मंगा लेंगे चाय, आप भी पीजिए, हम भी पियेंगे.''
सपा अध्यक्ष के इस रुख पर पुलिस अधिकारी हैरत में पड़ गए. हालांकि अखिलेश यादव की शिकायत पर बीजेपी की आईटी सेल की ऋचा राजपूत पर भी पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर लिया है.
बाद में इस मामले पर यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने कहा कि, ''बाद में उन्होंने (अखिलेश यादव) अधिकारियों की मौजूदगी में चाय पी. सभी ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया था. तमाम वरिष्ठ अधिकारी वहां मौजूद थे. उनकी बात सुनी गई और उन्हें सब कुछ समझाया गया. वे सबसे संतुष्ट होकर चले गए.''
अखिलेश पुलिस मुख्यालय से निकलने बाद अपने आईटी सेल के कार्यकर्ता मनीष अग्रवाल से मिलने लखनऊ जेल पहुंचे.
समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में रविवार की सुबह लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. अग्रवाल की गिरफ्तारी से नाराज सपा कार्यकर्ता उनकी तत्काल रिहाई की मांग को लेकर लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए थे.
गौरतलब है कि भाजपा युवा मोर्चा की उत्तर प्रदेश इकाई की एक महिला पदाधिकारी ने छह जनवरी को हजरतगंज कोतवाली में सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल पर बलात्कार और जान से मारने की धमकी दिए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था. अग्रवाल इस हैंडल का संचालन करता था. सपा ने अग्रवाल की गिरफ्तार को ‘शर्मनाक' बताते हुए उसे फौरन रिहा करने की मांग की है.
पार्टी ने अपने आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा, “समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना निंदनीय एवं शर्मनाक है. सपा कार्यकर्ता को अविलंब रिहा करे पुलिस.”