सूडान की राजधानी खार्तूम में अर्धसैनिक बलों और सेना के बीच युद्ध चल रहा है. इस हमले में एक भारतीय की मौत भी हो गई है. इसके बाद सूडान स्थित भारतीय मिशन ने वहां रह रहे भारतीयों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है. सूडान में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा के लिए भारत कई देशों के साथ संपर्क और समन्वय में है. विदेश मंत्री ने सऊदी अरब और यूएई के विदेश मंत्रियों से बात की है. भारत यूएस और यूके के भी संपर्क में है.
वहीं संकटग्रस्त सूडान में फंसे कर्नाटक के 31 आदिवासियों पर अपनी बयान को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के बीच ट्विटर वार भी छिड़ा हुआ है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सूडान में आदिवासी समुदाय के फंसे लोगों को वापस भारत लाने में सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाया. इसके बाद दोनों नेताओं में गरमागरम बहस शुरू हो गई. सिद्धारमैया ने दावा किया, "सूडान में हक्की पिक्की पिछले कुछ दिनों से बिना भोजन के फंसे हुए हैं और सरकार ने अभी तक उन्हें वापस लाने के लिए कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है."
सिद्धारमैया के इस बयान पर विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आपको इस तरह के बयान देकर किसी तरह का राजनीतिक फायदा होगा. आप इस तरह के बयान से विदेश में फंसे भारतीयों को आप और खतरे में डाल रहे हैं. एस जयशंकर ने कहा कि मैं आपके ट्वीट पर सिर्फ ये अपील करना चाहता हूं कि उनकी जान खतरे में हैं, ऐसे में आप राजनीति ना करें. सूडान में हालात बिगड़ने के बाद से ही भारतीय दूतावास वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए हर संभव कोशिशों में जुटा है. हम हर घटना पर नजर बनाए हुए हैं.
सिद्धारमैया ने इस पर पलटवार किया. उन्होंने ट्वीट किया, ''चूंकि आप विदेश मंत्री हैं, मैंने आपसे मदद की अपील की है."
भारतीय दूतावास ने की थी अपील
गौरतलब है कि सूडान की राजधानी खार्तूम में अर्धसैनिक बलों और नियमित सेना ने कुछ दिन पहले ही एक-दूसरे के ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए था. इसके बाद सूडान में स्थित भारतीय मिशन ने वहां रह रहे भारतीयों को घर के अंदर रहने की सलाह दी थी. खार्तूम में भारतीय दूतावास के एक ट्वीट में कहा था कि गोलीबारी और झड़पों की सूचना के मद्देनजर, सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, घर के अंदर रहने और तत्काल प्रभाव से बाहर निकलने से रोकने की सलाह दी जाती है. कृपया शांत रहें और अपडेट की प्रतीक्षा करें. इसके साथ ही भारतीय मिशन की तरफ से कहा गया था जो भारतीय सूडान जाने की योजना बना रहे हैं, वे अपनी योजना टाल दें. कृपया शांत रहें और अपडेट की प्रतीक्षा करें.
नियमित सेना में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के नियोजित एकीकरण को लेकर सैन्य नेता अब्देल फतह अल-बुरहान और उनके नंबर दो अर्धसैनिक कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो के बीच हफ्तों तक गहराते तनाव के बाद बीते शनिवार को सूडान में हिंसा भड़क गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने दक्षिण खार्तूम में आरएसएफ बेस के पास "टकराव" और जोरदार विस्फोट और गोलियों की सूचना दी थी.
आरएसएफ का दावा
आरएसएफ ने कहा था कि उसके बलों ने खार्तूम हवाईअड्डे पर नियंत्रण कर लिया था. प्रत्यक्षदर्शियों ने भी हवाई अड्डे के परिसर में लड़ाकों से भरे ट्रक को आते देखा है. हवाईअड्डे के पास, साथ ही बुरहान के आवास के पास और खार्तूम उत्तर में गोलियों की आवाज सुनी गई.
"अतीत में बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर की उपेक्षा आज हमें बहुत भारी पड़ रही है: एस. जयशंकर