राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य जयंत चौधरी ने रविवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करते हुए उनकी जमकर सराहना की और कहा कि अगर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं होते तो चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न न मिलता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के साथ रविवार को मेरठ में एक रैली को संबोधित कर लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की, जिसमें रालोद प्रमुख जयंत चौधरी भी शामिल हुए.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पूर्व प्रधानमंत्रियों पी वी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह, कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन तथा बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मरणोपरांत प्रदान किया.
चौधरी चरण सिंह के लिए उनके पोते और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने राष्ट्रपति से यह सम्मान स्वीकार किया. अपने दादा को मिले सम्मान से अभिभूत जयंत चौधरी ने कहा कि भारत रत्न देकर किसानों का जो सम्मान मोदी सरकार ने किया है, उससे पूरे देश के किसान आभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
अपने करीब 10 मिनट के भाषण के अधिकांश समय जयंत चौधरी प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा में कसीदे पढ़ते नजर आए. उन्होंने कहा, ‘‘ चौधरी चरण सिंह सरदार वल्लभ भाई पटेल को आदर्श मानते थे, उनकी सियासत को लोग संभाल रहे हैं. वह भ्रष्टाचार को पसंद नहीं करते थे. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं.''
रालोद प्रमुख ने कहा कि ''राजीव गांधी खुद कहते थे कि सरकार एक रुपया भेजती है, लोगों तक 15 पैसे पहुंचते हैं लेकिन आज मोदी की सरकार में सीधा लाभ लाभार्थी के खाते में जाता है. इस तरह मोदी सरकार भ्रष्टाचार खत्म करके दिखा रही है.'' जयंत चौधरी ने कहा , ‘‘भ्रष्टाचार हमेशा ऊपर से नीचे आता है. देश का सर्वोच्च नेता जब तक भ्रष्टाचारी रहेगा, तब तक देश में भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो सकता है.'' उन्होंने अपने दादा एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का एक किस्सा सुनाते हुए प्रत्यक्ष तौर पर आम आदमी पार्टी के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधा.
जयंत चौधरी ने कहा '' आज लोग जेल की सलाखों के पीछे भी सत्ता सुख भोगना चाहते हैं पर, चौधरी चरण सिंह मंत्री पद से हटते ही सरकारी गाड़ी का प्रयोग तक नहीं करते थे.'' अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जयंत चौधरी को अपना छोटा भाई कहकर उनका सम्मान बढ़ाया. विपक्षी दलों पर चौधरी चरण सिंह का अपमान करने और संसद में जयंत चौधरी के बोलते समय विपक्ष द्वारा गतिरोध पैदा करने का भी आरोप लगाया.