हरियाणा के मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने कहा है कि अगर वह किसानों को केंद्र सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) की गारंटी केंद्र से नहीं दिला पाते हैं तो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. चौटाला की जन नायक पार्टी हरियाणा (Haryana) में BJP के साथ गठबंधन सरकार चला रही है. दुष्यंत चौटाला का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब किसानों ने कृषि कानूनों में बदलाव की केंद्र की मांगों को ठुकरा दिया है. केंद्र सरकार ने MSP पर किसानों (Farmer Leaders) को लिखित आश्वासन का प्रस्ताव दिया है. साथ ही आंदोलन कर रहे किसानों की कई अन्य आपत्तियों का समाधान करने का भी भरोसा दिलाया है.
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चौटाला ने कहा, हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एकदम साफ कर दिया है कि किसानों के लिए एमएसपी सुनिश्चित की जाएगी. केंद्र ने किसानों को जो लिखित प्रस्ताव दिया है, उसमें MSP की गारंटी को लेकर भी एक प्रावधान है. मैं किसानों के लिए MSP सुनिश्चित कराऊंगा. जिस दिन मैं किसानों के लिए उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिला पाउंगा, उसी दिन इस्तीफा दे दूंगा. दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की जननायक पार्टी हरियाणा में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार 2019 से चला रही है. चौटाला सरकार में उप मुख्यमंत्री पद पर हैं.
चौटाला के मुताबिक, वह किसानों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार के साथ संपर्क में हैं. किसान कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ आंदोलनरत हैं. "दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल कहा करते थे कि सरकार किसानों की उसी वक्त सुनती है, जब उनकी सरकार के साथ साझेदारी होती है. मैं और मेरी पार्टी लगातार किसानों के रुख को केंद्र सरकार के समक्ष रख रहे हैं. मैं टेलीफोन के जरिये केंद्रीय मंत्री के संपर्क में हूं और किसानों की समस्या के संभावित समाधान पर अपनी राय रख रहे हैं."