भारत में कोरोना वायरस की जांच (Corona Testing) को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने 6 तरह की दूसरी टेस्टिंग प्रक्रिया को अनुमति दी है. अभी देश में RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट (Rapid Antigen Test) के माध्यम से कोरोना जांच की जाती है, लेकिन अब 6 और किट के माध्यम से कोरोना की जांच हो सकेगी. अलग-अलग देशों में मौजूद किट का इस्तेमाल भारत में किया जा सकेगा. भारत में उनको वेलिडेशन की जरूरत नहीं होगी..
कोरोना के मामलों में उछाल के बीच देश में कोरोना टेस्टिंग किट की उपलब्धता बढ़ाने और नए परीक्षण समाधान पेश करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. आईसीएमआर के इस कदम से यूरोप, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील की कई वैश्विक एजेंसियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन इस्तेमाल लिस्ट में अधिसूचित एजेंसियों को लाभ मिलेगा.
वर्तमान में, अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक (यूएसएफडीए) द्वारा अनुमोदित किट को भारत में वेलिडेशन से छूट दी गई है और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से सीधे विपणन अनुमति के लिए अर्हता प्राप्त है. इसी तर्ज पर
इसमें यूरोपियन, कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और WHO की इमरजेंसी यूज की लिस्ट में शामिल एजेंसियां हैं, उन्हें भारत में टेस्टिंग किट के लिए वेलिडेशन की जरूरत नहीं होगी.
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