Wayanad Rally of Mallikarjun Kharge : कांग्रेस के घोषणा-पत्र (Congress Manifesto) में मुस्लिम लीग की छाप और "घुसपैठियों को धन बांटने" वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi') के कथित बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि प्रधानमंत्री को समाज को विभाजित करने के अपने प्रयासों को रोकना चाहिए और मुझे मिलने का समय देना चाहिए. ताकि कांग्रेस के घोषणा-पत्र को समझा सकूं.
ऐसे शुरू हुआ विवाद
इस महीने चुनावी रैलियों में पीएम ने कहा था कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र में किए गए वादे आजादी से पहले मुस्लिम लीग के विचारों की याद दिलाते हैं. रविवार को राजस्थान की एक रैली में पीएम मोदी ने यह दावा करके भी विवाद को जन्म दे दिया था कि कांग्रेस का इरादा लोगों की संपत्ति जब्त कर उसे मुसलमानों में बांटना है. उन्होंने कहा था, "वे आपका 'मंगलसूत्र' भी नहीं छोड़ेंगे." केरल के वायनाड में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पक्ष में मंगलवार को एक सभा को संबोधित करते हुए खरगे ने सभी आरोपों का जवाब दिया.
"समाज को बांटना चाहते हैं"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "पीएम मोदी कहते हैं कि कांग्रेस का घोषणा-पत्र मुस्लिम लीग का घोषणा-पत्र है. मैं उनसे अनुरोध करता हूं, अगर वह मुझे समय दें, तो मैं अपना घोषणा-पत्र लेकर जाऊंगा और उन्हें समझाऊंगा. हम कहां कह रहे हैं कि कुछ चीजें केवल मुसलमानों के लिए हैं? हम सभी के लिए काम कर रहे हैं. हमारा घोषणा-पत्र गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं और सभी के लिए है. वह सिर्फ समाज को बांटना चाहते हैं और हिंदू-मुसलमान की बात करना चाहते हैं." युवाओं और महिलाओं के लिए कांग्रेस के वादों का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा, "युवा न्याय सभी के लिए है. नारी शक्ति सभी के लिए है. यह केवल मुसलमानों के लिए नहीं है, न केवल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए है. यह सभी के लिए है. यूपीए काल के दौरान, हमने लोगों को उनके मांगे बिना कुछ अधिकार दिए थे. उदाहरण के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) सोनिया गांधी ने दी थी और भाजपा ने इसका विरोध किया था.''
मणिपुर न जाने पर उठाए सवाल
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "भाजपा ने तब कहा था कि मनरेगा लाकर कांग्रेस देश में गरीबी ला रही है. हमने मनरेगा को एक अधिकार, शिक्षा को एक अधिकार, खाद्य सुरक्षा को एक अधिकार बनाया. इन चीजों को पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी नहीं छीन सकते. अगर वह छीनना चाहें भी तो. ये यूपीए सरकार द्वारा लाए गए स्थायी अधिकार हैं." प्रधानमंत्री पर अपना हमला जारी रखते हुए खरगे ने कहा कि उन्होंने दुनिया और देश का दौरा किया है, लेकिन हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा नहीं किया है. राहुल गांधी वहां गए, लोगों को सांत्वना दी और उनसे कहा, 'हिम्मत मत हारो. मैं हूं."
बढ़ रहा विवाद
पीएम की 'घुसपैठिया' टिप्पणी पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां कांग्रेस ने पीएम पर सांप्रदायिक कार्ड खेलने और मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि पीएम ने कुदाल को कुदाल कहा और वह लोगों की भावनाओं को बता रही है. पार्टी ने अपने दावों को मजबूत करने के लिए 2006 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के भाषण की एक क्लिप का भी हवाला दिया है.