प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर INDI एलायंस और खास तौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. पीएम मोदी ने तेलंगाना में एक रैली के दौरान कहा कि विपक्षी पार्टियों ने ऐलान किया है कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है. मेरे लिए हमारे देश में हर मां और हर बेटी ही शक्ति का रूप है. मेरी प्यारी माताएं और बहनों मैं शक्ति के रूप में आपकी पूजा करता हूं. मैं भारत मां का भी पुजारी हूं. पीएम मोदी ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन ने अपने घोषणा पत्र में ऐलान किया है वह शक्ति को खत्म करना चाहते हैं. मैं उनकी इस चुनौती को स्वीकार करता हूं. मैं देश की मां-बहनों की रक्षा के लिए अपनी जिंदगी भी कुर्बान करने को तैयार हूं.
"सब कह रहे हैं 4 जून को NDA 400 के पार"
पीएम मोदी ने कहा कि हर बीतते दिन के साथ बीजेपी को लेकर तेलंगाना में समर्थन बढ़ता जा रहा है. आज आलम कुछ ऐसा है कि पूरा देश कह रहा है कि 4 जून को NDA 400 के पार होगा. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी ने तेलंगाना को एक एटीएम राज्य बनाकर छोड़ दिया है. यहां का सारा पैसा पहले दिल्ली जाता था.
राहुल गांधी पर बीजेपी पर साधा था निशाना
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) "शोर बहुत मचाती" है लेकिन उसमें संविधान को "बदलने" का साहस नहीं है. राहुल ने यह भी कहा कि सच्चाई और देश की जनता उनके साथ है. भाजपा सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने हाल में कहा था कि उनकी पार्टी को संविधान में संशोधन करने के लिए और "कांग्रेस द्वारा इसमें जोड़ी गईं अनावश्यक चीजों को हटाने के लिए" संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी.
इसके बाद भाजपा ने हेगड़े की टिप्पणियों से पैदा हुए विवाद को शांत करने की कवायद में इसे उनका "निजी विचार" बताया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. राहुल गांधी मुंबई में महात्मा गांधी के आवास मणि भवन से अगस्त क्रांति मैदान तक 'न्याय संकल्प पदयात्रा' करने के बाद यहां एक सभा को संबोधित कर रहे थे. अगस्त क्रांति मैदान में ही ब्रिटिश राज से आजादी के लिए भारत के संघर्ष के दौरान 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था.
उन्होंने कहा था कि भाजपा बहुत शोर मचाती है लेकिन उसमें संविधान को बदलने का साहस नहीं है. सच्चाई और लोगों का समर्थन हमारे साथ है.वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल ने कहा था कि मौजूदा लड़ाई केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं बल्कि दो "अभिव्यक्तियों" के बीच है.
उन्होंने कहा था कि कोई सोचता है कि देश एक केंद्र से चलना चाहिए, जहां एक व्यक्ति के पास सारा ज्ञान है. इसके विपरीत, हम सोचते हैं कि शक्ति का विकेंद्रीकरण होना चाहिए और लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए. राहुल ने कहा था कि अगर किसी व्यक्ति के पास आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की डिग्री है तो इसका यह मतलब नहीं है कि उसके पास किसी किसान के मुकाबले ज्यादा ज्ञान है. लेकिन भाजपा इस तरह काम नहीं करती है.