कार निर्माता कंपनी ह्युंइई के एक पााकिस्तानी डीलर के कश्मीर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के मुद्दे पर सरकार ने मंगलवार को भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चेंग जे बोक को तलब किया. डिलीट किए गए इस पोस्ट में कश्मीर में अलगाववादियों को प्रति समर्थन जताया गया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदर बागची ने ट्वीट किया कि राजदूत जे बोक को ' पूरी तरह अस्वीकार्यश् इस सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में भारत की तीखी नाराजगी से अवगत कराया गया. बागची की ओर किए गए ट्वीट के जरिये सरकार ने एक बयान में कहा, 'इस बात को रेखांकित किया गया कि यह मामला भारत की क्षेत्रीय अखंडता से संबंधित है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता.'
सरकार की ओर से यह भी बताया गया है कि दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युई योग ने इस मसले पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात की है और कहा है कि उनका देश, भारत के लोगों की भावनाओं को आघात पहुंचने पर खेद व्यक्त करता है.गौरतलब है कि यह मामला उस समय सामने आया जब एक अनवेरिफाइड ट्विटर हैंडल- @PakistanHyundai- ने 'कश्मीर सॉलिडेरिटी दिवस' के समर्थन में एक मैसेज पोस्ट किया गया और इसे "स्वतंत्रता के लिए संघर्ष" बताया गया. इस ट्वीट पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया आई और कुछ घंटों में देश में #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा था.
विवाद उठने के बाद हुंडई इंडिया ने भारत को हुंडई ब्रांड के लिए दूसरा घर बताते हुए अपनी सफाई में कहा था, "असंवेदनशील संचार के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है और हम इस तरह के किसी भी विचार की कड़ी निंदा करते हैं." कंपनी ने कहा था, "हुंडई मोटर इंडिया को जोड़ने वाली अवांछित सोशल मीडिया पोस्ट इस महान देश के प्रति हमारी अद्वितीय प्रतिबद्धता और सेवा को ठेस पहुंचा रही है." कंपनी ने बयान में कहा था, "हुंडई मोटर इंडिया 25 से अधिक वर्षों से भारतीय बाजार के लिए प्रतिबद्ध है और हम राष्ट्रवाद का सम्मान करने के अपने मजबूत लोकाचार के लिए दृढ़ता से खड़े हैं."