निगम की 150 सीटों पर 1 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. (सांकेतिक तस्वीर)
इस बार हैदराबाद निकाय चुनाव (Hyderabad Civic Polls) का मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा. नगर निगम (GHMC Result) पर कब्जा जमाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूरा दम लगा दिया. आज (शुक्रवार) मतगणना होगी और पता चलेगा कि इस बार निगम पर किसका राज होगा. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो मंगलवार को हुए मतदान का प्रतिशत कुल 46.55 रहा था, जोकि अन्य निकाय चुनावों के मुकाबले काफी कम था. कुल 74.67 मतदाताओं में से 34.50 वोटरों ने अपने मत का इस्तेमाल किया. मतदान के लिए 30 केंद्र बनाए गए थे. करीब 8,000 सुरक्षाकर्मियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया था.
हैदराबाद निकाय चुनाव से जुड़ी 10 बातें
- आज होने वाली वोटों की गिनती की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी, इसके लिए हर टेबल पर सिक्योरिटी कैमरे लगाए गए हैं. नतीजे देर शाम या रात तक आएंगे क्योंकि चुनाव में बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया गया है. मतगणना स्थल पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
- तेलंगाना चुनाव आयोग ने कोरोनावायरस (Coronavirus) व अन्य वजहों के चलते चुनाव बैलेट पेपर से कराने का निर्णय लिया था. आयोग ने इस बारे में पहले ही घोषणा कर दी थी.
- ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार और तेलंगाना सरकार, राज्य निर्वाचन आयोग तथा हस्तियों की ओर से लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वोट डालने का आग्रह किए जाने के बावजूद मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा.
- सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति, विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले वाले इस चुनाव में 1,122 उम्मीदवार मैदान में थे. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कम मतदान प्रतिशत के लिए TRS की निंदा करते हुए कहा कि कम वोटिंग के लिए TRS नेताओं का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए.
- इस बार के निकाय चुनाव में वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर काफी मशक्कत भी की गई. चुनाव में साफ-सफाई, सड़क, पानी से ज्यादा पाकिस्तान, मोहम्मद अली जिन्ना, सर्जिकल स्ट्राइक और हैदराबाद का नाम बदलने तक का जिक्र किया गया.
- डुब्बक में हुए विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से बीजेपी काफी विश्वास से भरी हुई थी. यही वजह थी कि हैदराबाद निकाय चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे कई दिग्गज नेताओं व केंद्रीय मंत्रियों को उतरना पड़ा.
- बीजेपी की युवा मोर्चा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ TRS और AIMIM पर जमकर हमला बोला. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को मोहम्मद अली जिन्ना का अवतार बता डाला. वहीं उस्मानिया यूनिवर्सिटी में बगैर इजाजत दाखिल होने पर तेजस्वी के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है.
- बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि अगर उनकी पार्टी निगम पर जीत हासिल करती है, तो ओल्ड सिटी इलाके में कथित तौर पर रहने वाले घुसपैठियों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की जाएगी.
- TRS के प्रचार अभियान की कमान पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष एवं नगर प्रशासन मंत्री केटी रामाराव के हाथों में रही. पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी एक जनसभा को संबोधित किया था.
- असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ने AIMIM के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद उत्तम कुमार रेड्डी तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया.
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