- शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत में एक पति ने पत्नी और दो बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी
- जांच में सामने आया है कि आरोपी का पत्नी के साथ विवाद चल रहा था
- फारुख ने अपनी पत्नी ताहिरा को गोली मारी, बड़ी बेटी आफरीन को गोली मारी और सहरीन का गला दबाकर हत्या कर दी
शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां एक सनकी पति ने अपनी पत्नी और दो मासूम बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या की वजह जानकर हर कोई हैरान है पत्नी बिना बुर्का पहने मायके चली गई थी. आरोपी ने इस बात को अपनी इज्जत का सवाल बना लिया और सात दिन पहले रात में इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया.
कैसे खुला मामला?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी फारुख शादी-विवाह में खाना बनाने का काम करता है. वह अपनी पत्नी ताहिरा (32) और पांच बच्चों के साथ गांव में रहता था. उसके बच्चों में आफरीन (14), आसमीन (10), सहरीन (7), बिलाल (9) और अरशद (5) शामिल हैं. फारुख का अपने माता-पिता से कई महीनों से विवाद चल रहा था, जिसके चलते वह अलग मकान में रह रहा था.
घटना के खुलासे से पहले फारुख की पत्नी और दो बेटियां छह दिन से लापता थीं. फारुख के पिता दाउद ने उससे कई बार पत्नी और बेटियों के बारे में पूछा, लेकिन वह टालमटोल करता रहा. उसने बताया कि उसने उन्हें शामली में किराए के मकान में रखा है. जब दाउद को संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने मंगलवार शाम पुलिस को सूचना दी और बेटे पर हत्या का शक जताया.
पुलिस ने फारुख को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सनसनीखेज खुलासा किया. फारुख ने बताया कि उसकी पत्नी अक्सर उससे झगड़ा करती थी और अपने तरीके से घर चलाना चाहती थी. इसके अलावा, एक माह पहले वह बिना बुर्का पहने मायके चली गई थी, जिससे उसकी इज्जत खराब हो गई. इसी बात से नाराज होकर उसने 10 दिसंबर की रात करीब 12 बजे रसोई में ताहिरा को गोली मार दी.
पत्नी के बाद बेटियों को भी मार दी गोली
हत्या के समय बड़ी बेटी आफरीन जाग गई और मौके पर पहुंची तो फारुख ने उसे भी गोली मार दी. दूसरी बेटी सहरीन वहां आई तो उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी. तीनों की हत्या के बाद फारुख ने शवों को आंगन में बने शौचालय के लिए खोदे गए 9 फीट गहरे गड्ढे में दबा दिया और ऊपर ईंटों का फर्श बिछा दिया.
पुलिस ने फारुख की निशानदेही पर गड्ढे की खुदाई कर तीनों शव बरामद किए. मौके पर एसपी एनपी सिंह और सीओ कैराना पुलिस बल के साथ मौजूद रहे. एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने शादी के बाद से ही पत्नी को पर्दे में रखा था. बिना बुर्का मायके जाने से उसकी इज्जत खराब हो गई थी, इसलिए उसने पत्नी और दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया.
घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है. आरोपी की मां असगरी ने बताया कि बच्चों ने उन्हें बताया था कि छह दिन पहले रात में सभी एक साथ सोए थे, लेकिन सुबह उनकी मां और दोनों बहनें गायब थीं. तीन दिन पहले फारुख ने पत्नी के कपड़े भी जला दिए थे, जिससे शक और गहरा हो गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. यह घटना समाज में कट्टरपंथी सोच और पारिवारिक विवादों के खतरनाक परिणामों को उजागर करती है.
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