हुमायूं कबीर ने किया पार्टी के नाम का ऐलान, जानें क्या मांग रहे हैं चुनाव चिह्न

हुमायूं कबीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 4 दिसंबर को टीएमसी से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद हुमायूं कबीर ने अलग पार्टी बनाने का ऐलान किया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले हुमायूं कबीर ने जनता उन्नयन पार्टी नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई है
  • हुमायूं कबीर ने अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह के लिए टेबल को पहली पसंद बताया है
  • हुमायूं की पार्टी की दूसरी पसंद चुनाव चिन्ह के रूप में ट्विन रोजेज को रखा गया है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
कोलकाता:

बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले हुमायूं कबीर ने अपनी अलग राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है. हुमायूं कबीर ने अपनी पार्टी का नाम जनता उन्नयन पार्टी (JANATA UNNAYAN PARTY) रखा है. पार्टी के चुनाव चिन्‍ह के लिए हुमायूं कबीर ने कहा कि मेरी पहली पसंद 'टेबल' है. मेरी दूसरी पसंद 'ट्विन रोजेज' है. हुमायूं कबीर ने बताया कि वह जरूरत पड़ने पर सभी 294 सीटों पर अपने उम्‍मीवार उतारेंगे. हमारी पार्टी सिर्फ आम लोगों के विकास की बात करेगी. पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव हैं. 

जल्‍द लोगों को पता चलेगा हुमायूं कबीर क्‍या है?

एनडीटीवी से खास बातचीत में हुमायूं कबीर ने बताया, 'पार्टी का नाम क्‍या होगा, ये आज दोपहर तक साफ हो जाएगा. हमने जनता उन्‍नयन पार्टी नाम सोचा है. फाइनल नाम चुनाव आयोग तय करेगा. मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए सत्‍ताधारी पार्टी इस्‍तेमाल करती रही हैं. इन्‍हें काफी चीजों से वंचित रखा गया है. हम उनके हक की आवाज उठाएंगे. अभी हमें कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है, लेकिन जल्‍द ही लोगों को पता चल जाएगा कि हुमायूं कबीर क्‍या है. कुछ सीटों पर उम्‍मीदवारों का ऐलान हम आज करने जा रहे हैं.

हुमायूं कबीर ने क्‍यों रखा पार्टी का ये नाम 

हुमायूं कबीर बंगाल की जनता के विकास करने की बात कह रहे हैं और उन्‍होंने अपनी पार्टी का नाम भी उसी के आधार पर ' जनता उन्नयन पार्टी' रखा है. उन्नयन का मतलब किसी चीज को बेहतर या और अच्‍छा बनाना होता है. यह एक प्रक्रिया है, जिसमें किसी वस्तु, प्रणाली या स्थिति में सुधार किया जाता है, ताकि वह अधिक प्रभावी, कुशल, या आकर्षक हो जाए.

ये भी पढ़ें :- बंगाल की मुस्लिम राजनीति में भूचाल: क्या हुमायूं कबीर ममता के अभेद किले में सेंध लगा पाएंगे?

294 सीटों पर लड़ सकते हैं चुनाव 

टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के विरोधियों से अपील की कि वे एकजुट हों और अगले साल होने वाले अहम विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए गठबंधन में चुनाव लड़ें. इसका ऐलान हुमायूं कबीर ने सोमवार को अपनी नई पॉलिटिकल पार्टी की घोषणा से एक दिन पहले किया. हुमायूं कबीर ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल में सभी एंटी-तृणमूल कांग्रेस और एंटी-भाजपा ताकतों को एक साथ आने के लिए बुला रहा हूं. आइए हम अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में एक ग्रैंड अलायंस बनाकर लड़ें. हालांकि, ऐसी कोई भी ताकत खुद को सबसे ऊपर समझती है तो मेरी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. अगर जरूरत पड़ी तो मैं पश्चिम बंगाल की सभी 294 विधानसभा सीटों से उम्मीदवार उतारूंगा. मेरे पास वह ताकत है.' हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका मौजूदा कदम पूरी तरह से पॉलिटिकल है, इसलिए वह कोई भी फैसला करने से पहले कई बार सोचेंगे.

Featured Video Of The Day
UP Police का तगड़ा एक्शन! ऑपरेशन लंगड़ा में 1 लाख इनामी सिराज ढेर, अपराध पर Yogi सख्त | Encounter