Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों को एक बड़ी राहत देते हुए वार्षिक उत्सव (Annual Function) आयोजित करने की समय सीमा बढ़ा दी है. अब सरकारी स्कूल 31 दिसंबर 2025 तक अपने वार्षिक कार्यक्रमों का आयोजन कर सकेंगे. शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि यह केवल एक बार की 'विशेष छूट' (One-time relaxation) है.
30 नवंबर से बढ़कर हुई 31 दिसंबर
पहले हिमाचल के माध्यमिक और प्राथमिक स्कूलों में वार्षिक कार्यक्रम आयोजित करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2025 तय की गई थी. लेकिन शैक्षणिक सत्र की व्यस्तताओं को देखते हुए, सरकार ने इसे बढ़ाकर साल के अंत तक कर दिया है. हालांकि निदेशालय ने सख्त लहजे में कहा है कि 31 दिसंबर के बाद किसी भी स्थिति में किसी भी स्कूल को कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी.
देरी करने वाले स्कूलों पर गिरेगी गाज!
शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों से जवाब मांगा है जो पुरानी डेडलाइन (30 नवंबर) तक अपना कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पाए थे. स्कूलों को देरी के ठोस कारणों के साथ 15 जनवरी 2026 तक निदेशालय को विस्तृत रिपोर्ट भेजनी होगी. आदेश का उल्लंघन करने वाले संस्था प्रमुखों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
सीएम सुक्खू ने जीता बच्चों का दिल
इसी बीच, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में एक मानवीय मिसाल पेश की है. सीएम ने धर्मशाला की स्लम बस्तियों में रहने वाले 'तोंग लेन स्कूल' के 160 वंचित बच्चों को भारत-दक्षिण अफ्रीका T20 अंतरराष्ट्रीय मैच लाइव देखने का मौका दिया. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मैच देखना इन बच्चों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा था. सीएम कार्यालय (CMO) के अनुसार, यह कदम मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में बच्चों को दिए गए आश्वासन का हिस्सा था.
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