अभी तक भारत में ओमिक्रॉन (Omicron) के 161 मामले पाए गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न डिक्लेयर किया है. ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट का ही म्यूटेंट वैरिएंट है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में आज कहा कि ''ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए हमने पूरी तैयारी की है.'' मंडाविया ने कहा कि रिस्क कैटेगरी में उन देशों को रखा गया है जहां पर ओमिक्रॉन ज्यादा फैला है. सरकार की ओर से की गई तैयारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ''मैंने सभी राज्य सरकारों से खुद बातचीत की है. स्वास्थ्य सचिव तीन बार राज्य सरकारों के साथ सलाह मशवरा कर चुके हैं. हम देख रहे हैं कि इसका वैक्सीनेटेड लोगों पर क्या असर हो रहा है.''
मनसुख मंडाविया ने कहा कि ''सभी राज्यों के पास दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक है. अगर जरूरत पड़ी तो हम बफर स्टॉक का इस्तेमाल करेंगे. देश में ऑक्सीजन की कैपेसिटी बढ़ाई गई है. राज्यों के पास 48000 वेंटिलेटर पहुंचा दिए गए हैं.''
गौरतलब है कि देश में ओमिक्रॉन के अब तक 161 मरीज सामने आए हैं, यह मामले 12 राज्यों से मिले हैं जबकि ओमिक्रॉन के 42 मरीज़ ठीक हो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ठीक होने वाले ओमिक्रॉन के ज़्यादातर मरीजों में महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक के हैं. अब ओमिक्रॉन से संक्रमित कोई भी मरीज़ गंभीर नहीं है. महाराष्ट्र से अब तक सबसे ज्यादा 54 केस आए हैं. इसके बाद दूसरे स्थान पर दिल्ली (32) है जबकि तेलंगाना से ओमिक्रॉन वेरिएंट के 20 केस आए हैं.
देश में अब तक आए ओमिक्रॉन के केस
महाराष्ट्र : 54
दिल्ली : 32
तेलंगाना : 20
राजस्थान : 17
गुजरात : 13
केरल : 11
कर्नाटक : 8
यूपी : 2
तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ : 1
हालांकि ओमिक्रॉन को लेकर चिंता के बीच भारत में कोरोना के नए मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. देश में सोमवार को समाप्त 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 6,563 नए मामले दर्ज किए गए हैं. यह आंकड़ा रविवार की तुलना में 7.3 फीसदी कम है. वहीं, इस दौरान 132 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में 8,077 लोगों ने कोरोना को मात दी है, इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 3,41,87,017 हो गई है.