कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को 85वें महाधिवेशन में कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को भारतीय जनता पार्टी की विरोधी सभी पार्टियों से एकजुट होकर लड़ने की उम्मीद है, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है. प्रियंका ने कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए सभी से मिलकर काम करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सिर्फ कागजों में संगठन पर काम नहीं होना चाहिए, बल्कि यह जमीन पर दिखना चाहिए.
प्रियंका गांधी ने कहा, “चुनाव में एक साल बचे हैं...जितनी पार्टियां हैं, जिनकी विचारधारा भाजपा के विपरीत है, उनसे उम्मीद है कि एकजुट होकर लड़ें, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है.” उन्होंने कहा कि संगठन को लेकर कई चुनौतियां हैं, जिनसे निपटना है और गांव-गांव तक जाकर लोगों से मिलना होगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी का संदेश और सरकार की ‘विफलताओं' को लोगों तक पहुंचाएं. चुनाव के दौरान ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं जिससे जनता को कोई मतलब नहीं होता है. रोजगार, युवा, महंगाई आदि मुद्दों पर चुनाव लड़े जाने चाहिए. किस प्रकार से विकास होगा, ये हमारी राजनीति होनी चाहिए.
प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा' से कांग्रेस की विचारधारा की लंबी लकीर खींचकर दिखाई है. हमें एक साथ लड़ना है और हमें युवाओं के लिए लड़ना है. कैसे कुछ उद्योगपतियों को फायदा हो रहा है और किसानों को नुकसान हो रहा है. जब भी कोई चुनाव होता है और जब हम बेरोजगारी के मुद्दों पर बात करते हैं तो महंगाई और असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश होती है. मुझे पूरा विश्वास है कि हम साथ मिलकर काम करेंगे.
यह भी पढ़ें-
आखिर क्यों हुआ बवाल? पंजाब सरकार को चुनौती देने वाले अमृतपाल सिंह के गांव से Ground Report
MCD सदन में हंगामा करने के मामले में AAP और BJP के पार्षदों पर FIR : 10 प्वाइंट्स