इस बार की बारिश भी हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए मुसीबत बनकर आई है. 31 जुलाई की रात में कुल्लू के निरमंड, सैंज व मलाणा, मंडी जिले के पधर और शिमला के रामपुर उपखंड में बादल फटने की कई घटनाओं ने भारी तबाही हुई थी. इन घटनाओं के बाद से कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. जिन्हें खोजने का काम चल रहा है. हिमाचल में कई जगहों पर बादल फटने के बाद ऐसा कहर टूटा कि कई घर उजड़ गए.
इन जगहों पर बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. अगले 24 घंटों में बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में कई स्थानों मध्यम बारिश की संभावना जत इसके अलावा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश जारी है. एहतियात के लिए मौसम विभाग की तरफ से भी नदी नालों के पास न जाने की हिदायत दी गई है.
हिमाचल में बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग की तरफ से मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में से सात जिलों कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में अगले 24 घंटों में मध्यम बाढ़ की भी चेतावनी जारी की गई है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने मंगलवार शाम को बताया था कि लगातार हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण पहाड़ी राज्य के विभिन्न हिस्सों में 53 सड़कें बंद हो गईं. कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ की आशंका के बारे में भी चेतावनी दी है तथा तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई है.
बादल फटने से किन जगहों पर बिगड़े हालात
31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद कल तक 14 शव बरामद किए गए हैं और कई लोग लापता बताए गए. मंगलवार शाम को कुल्लू में 18 सड़कें, मंडी में 16, लाहौल और स्पीति में नौ, कांगड़ा में छह और सिरमौर और किन्नौर में दो-दो सड़कें बंद हो गईं.
(भाषा इनपुट्स के साथ)