उत्तर भारत का रिकॉर्ड तोड़ बारिश से बुरा (Himachal Rain Flood) हाल है. हिमाचल से लेकर पंजाब और जम्मू-कश्मीर तक, नदियां उफान पर हैं. पुल, गर कारें सब बह गए हैं. हाईवे तक तबाह हो गए हैं. बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड से हाहाकार मचा हुआ है. हिमाचल प्रदेश में 20 जून से शुरू हुए मानसून में अब तक 310 लोगों की मौत हो चुकी है, 38 लोग लापता हैं और 350 लोग घायल भी हैं. बारिश के बीच मानसून सीजन के दौरान अब तक कुल 2394 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है. उधर, उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में शुक्रवार तड़के मूसलाधार बारिश से बादल फटने, बाढ़ आने और भूस्खलन की घटनाओं से मची तबाही में एक दंपति समेत पांच लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य लापता हो गए जबकि कई अन्य लोगों के लापता होने की आशंका है.
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उत्तर में हिमाचल से लेकर दक्षिण में केरल तक, बारिश के कारण नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ गया और रिहायशी इलाकों एवं कृषि क्षेत्रों में पानी भर गया है. हालांकि, कश्मीर में दो दिनों के बाद बारिश में कमी आने से बाढ़ का खतरा कम हो गया है, जिससे राहत मिली है. वहीं तेलंगाना में वर्षाजनित घटनाओं के कारण कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई. देश के दूसरे हिस्सों का भी बारिश और बाढ से बुरा हाल है.जानें पल-पल का हर एपडेट.
दिल्ली में भारी बारिश: 15 साल में सबसे अधिक बारिश वाला अगस्त महीना
दिल्ली में शुक्रवार को भारी बारिश हुई जिससे प्रमुख मार्गों पर यातायात ठप हो गया, एक दीवार गिरने से तीन बच्चे घायल हो गए और शहर में जलभराव की समस्या को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 15 वर्षों में यह सबसे अधिक बारिश वाला अगस्त दर्ज किया गया है, जहां अब तक 399.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, वर्ष 2010 के बाद से यह सबसे अधिक बारिश वाला अगस्त है, जब शहर में 455.8 मिमी बारिश हुई थी.
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में 24 अगस्त से अब तक मणिमहेश तीर्थयात्रियों समेत 10 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भीषण बारिश एवं भूस्खलन के चलते 24 अगस्त से अब तक मणिमहेश तीर्थयात्रियों समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आठ घायल हो गए हैं और चार अन्य अब भी लापता हैं. जिले में इन घटनाओं के चलते भारी नुकसान हुआ है. मृतकों की पहचान दर्शना देवी, सलोचना, कविता, रेखा देवी, सागर भटनागर और दो बच्चों के रूप में हुई है. बाकी तीन, अमन, रोहित और अनमोल की ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु हो गई.
भारी बारिश के कारण जम्मू संभाग में 46 ट्रेन रद्द
उत्तर रेलवे ने 30 अगस्त को जम्मू, कटरा और उधमपुर रेलवे स्टेशनों से आने-जाने वाली 46 ट्रेन को रद्द करने की शुक्रवार को घोषणा की. मंगलवार को जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद पिछले चार दिन से रेल यातायात स्थगित है. एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू में कई स्थानों पर रेल लाइन के टूटने के कारण कठुआ और उधमपुर के बीच रेल यातायात स्थगित कर दिया गया है तथा ट्रेनें रद्द की जा रही हैं.
जम्मू में भारी बारिश के बाद रविवार से दो दिवसीय दौरा कर सकते हैं शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू क्षेत्र में हाल में हुई रिकॉर्ड बारिश के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए रविवार को इलाके के दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंच सकते हैं. बारिश की घटनाओं में 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर तीर्थयात्री थे और 32 अन्य लापता हैं. शाह का तीन महीने में जम्मू का यह दूसरा दौरा होगा.
गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा घाटों को खाली कराया
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और चमोली में बादल फटने की घटना के कारण गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके चलते ऋषिकेश और हरिद्वार के गंगा घाटों के किनारे रहने वाले लोगों को जल पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है. सभी गंगा घाटों को खाली करा दिया गया है.
उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत, 11 लापता
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में शुक्रवार तड़के मूसलाधार बारिश से बादल फटने, बाढ़ आने और भूस्खलन की घटनाओं से मची तबाही में एक दंपति समेत पांच लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य लापता हो गए जबकि कई अन्य लोगों के लापता होने की आशंका है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों में प्राकृतिक आपदा का सबसे अधिक कहर बरपा, जहां कई मकान और मवेशी मलबे में दब गए, कृषि भूमि बर्बाद हो गई, अनेक वाहन बह गए और संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए.
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बागेश्वर जिले के कपकोट के पौसारी गांव में तड़के तीन बजे अतिवृष्टि के कारण पहाड़ी से मलबा आने से पांच-छह मकान क्षतिग्रस्त हो गए जिसके कारण दो महिलाओं की मौत हो गई और तीन अन्य व्यक्ति लापता हो गए.
रुमाल तक निकालने का मौका नहीं मिला... ओल्ड मनाली में सब कुछ बहा ले गया सैलाब, सामने आई तबाही की तस्वीरें
मनालसू नदी के तेज बहाव के बाद 25 अगस्त को आई तबाही के निशान अब भी मनाली में देखे जा सकते हैं. न्यू मनाली को ओल्ड मनाली से जोड़ने वाला अहम लोहे का पुल जमीन पर आ गया है. एक सड़क पूरी तरह से बह गई.

हालात का जायजा लेने पहुंचे स्थानीय भाजपा विधायक, तेज बहाव में बहा गनर, खुद को भी करनी पड़ी मशक्कत
उत्तराखंड के बागेश्वर के कन्यालीकोट पैसारी गांव में बादल फटने से हुईं भारी तबाही के बाद हालातों का जायजा लेने के लिए स्थानीय भाजपा विधायक सुरेश गढ़िया पहुंचे. हालांकि जब भाजपा विधायक एक उफनाते बरसाती नाले को पार कर रहे थे तो विधायक को पानी की तेज धारा को पार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. SDRF के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद विधायक को बचाया लेकिन विधायक का गनर बह गया, जिसे SDRF के जवानों द्वारा बचाया गया.
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे नंदप्रयाग के पास मलबा आने से बंद, दबी नजर आई कार
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे नंदप्रयाग के समीप मलबा आने से बंद हो गया. मौके से सामने आए वीडियो में एक कार मलबे में दबी नजर आ रही है.
उत्तराखंड के लिए एक सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 1 सितंबर तक प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है, जिससे नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
उत्तराखंड में भारी बारिश से कई जगह भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के चलते कई जिलों में बादल फटने जैसी घटनाएं हुई हैं. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के बसु केदार और जखोली क्षेत्र के अंतर्गत छेनागाड़, तलजामण के बगड़ तोक, बडेथ ,स्युर, किमाण और अरखुण्ड क्षेत्र में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है, जिसमें 30 से 40 परिवारों के फंसे होने की सूचना है और इन्हें निकालने के लिए SDRF, NDRF और पुलिस प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. इन क्षेत्रों में बादल फटने जैसी घटनाओं की वजह से कुछ मकान गौशालाओं के क्षतिग्रस्त होने के चलते पशुओं के दबे होने की भी जानकारी मिल रही है. रुद्रप्रयाग जिले में अब तक जखोली क्षेत्र में एक मौत हुई है. वहीं छेनागाड़ बाजार में आठ लोगों के लापता होने की सूचना है. इसके अलावा 200 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
दिल्ली में भारी बारिश का कहर: पटपड़गंज सहित कई इलाके जलमग्न, देखिए वीडियो
आंध्र प्रदेश : गोदावरी नदी में बढ़ रहा बाढ़ का पानी
आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है. पूर्वी गोदावरी जिले के दौलेश्वरम स्थित सर आर्थर कॉटन बैराज में जल का अंतर्वाह (इनफ्लो) और बहिर्वाह (आउटफ्लो) दोनों 6.59 लाख क्यूसेक (घन फुट प्रति सेकंड) तक पहुंच गए हैं. आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. एपीएसडीएमए के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने कहा कि तेलंगाना के भद्राचलम में नदी का जलस्तर 35.3 फुट तक पहुंच गया है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में जैन ने कहा, 'गोदावरी नदी में बाढ़ के पानी का प्रवाह बढ़ रहा है और दौलेश्वरम (सर आर्थर कॉटन बैराज) में अंतर्वाह और बहिर्वाह 6.59 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है.' उन्होंने कहा कि गोदावरी का जल स्तर कुनावरम में 17.06 मीटर और पोलावरम में 11.45 मीटर हो गया.
गुजरात में भारी बारिश, कावेरी और खरेरा नदियों का जलस्तर बढ़ा
गुजरात के नवसारी इलाके में भारी बारिश के बाद कावेरी और खरेरा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
शिमला- रामपुर के काशापाट में टूटकर गिर गईं चट्टानें
शिमला जिले के रामपुर उप मंडल के दूर दराज काशा पाट पंचायत के काशा गांव के पास चट्टाने टूटकर बारिश की बौछार की तरह गिर गई. भारी बारिश की वजह से क्षेत्र में लागातर चट्टाने गिरने का खतरा बना हुआ है और लोग दहशत में है.
कुल्लू- लैंडस्लाइड में 3 घर दबे, दो महिलाएं लापता
कुल्लू जिला के उपमंडल आनी के कराड पंचायत के (पटारना) गांव में शुक्रवार सुबह हुए भूस्खलन में गांव के तीन मकान पूरी तरह दब गए. इस हादसे में दो महिलाओं के मलबे में दबने या बह जाने की आशंका जताई जा रही है, वे अभी तक लापता हैं.
रुद्रप्रयाग- गदेरे के पार फंसे लोगों का रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग के बसुकेदार के तालजामण में SDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. दरअसल रास्ते जगह-जगह टूटे हुए है. मौके पर लगभग 200 लोग सरकारी स्कूल में सुरक्षित स्थान पर आ गए हैं. गदेरे के पार दो तीन परिवार फंसे हैं, जिन्हें SDRF टीम निकालने का प्रयास कर रही है.
सीएम सुक्खू ने हिमाचल की जनता को उसके हाल पर छोड़ा- अमित मालवीय
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की वजह से हो रही तबाही पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सीएम सुखविंदर सुक्खू पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है.
सीएम सुक्खू ने हिमाचल की जनता को उसके हाल पर छोड़ा- अमित मालवीय
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की वजह से हो रही तबाही पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सीएम सुखविंदर सुक्खू पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है.
सीएम सुक्खू ने हिमाचल की जनता को उसके हाल पर छोड़ा- अमित मालवीय
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की वजह से हो रही तबाही पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सीएम सुखविंदर सुक्खू पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है.
नांदेड़ जिले में गांव बाढ़ में डूबा
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के 16 में से 13 तालुकाओं में भारी बारिश होने से कई गांवों का संपर्क टूटगया है. देगलूर तालुका का तीन हज़ार की आबादी वाला गांव भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. ड्रोन की तस्वीरें देखिए.
तेलंगाना- भारी बारिश के बाद एडुपयाला तीर्थ मंदिर पानी में डूबा
तेलंगाना के मेदक में भारी बारिश के बाद एडुपयाला तीर्थ मंदिर पानी में डूब गया है. क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.
बारिश के बाद दिल्ली का हाल देखिए
दिल्ली में शुक्रवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली.
गीता कॉलोनी से कृष्णा नगर और गांधीनगर की ओर जाने वाले रास्ते का हाल देखिए.
उत्तरकाशी- मलवा और बोल्डर गिरने से गंगोत्री-यमुनोत्री हाइवे बंद
उत्तरकाशी का गंगोत्री और यमुनोत्री हाइवे बंद हो गया है. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नेताला, नलुणा, विशनपुर, पापड़गाड में मलवा और बोल्डर आने से रुकावट आ गई है. बीआरओ का मार्ग सुचारू किए जाने के लिए मशीन की मदद ली जा रही है. गंगोत्री हाइवे हर्षिल और धराली के बीच मार्ग खुलने में समय लग सकता है.यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कल्याणी, महरगॉव, डबरकोट, सिलाई बैंड के पास, जंगलचट्टी, बनास और नारदचट्टी में भी रास्ता जाम हो गया है. इसे खुलने में भी लंबा समय लग सकता है.
हिमाचल- कुल्लू में भयानक लैंडस्लाइड, मलबे में 2 लोग लापता
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाओं ने कहर बरपा रखा है. कुल्लू के आनी के पटारना में दिल दहला देने वाला लैंडस्लाइड हुआ है. लैंडस्लाइड के मलबे में 3 लोग दब गए, जिनमें से एक को सुरक्षित निकाल लिया गया है. दो अभी भी लापता है. रेस्क्यू चल रहा है.
ओल्ड मनाली में भारी तबाही, होटल, दुकान और घर जमींदोज
हिमाचल प्रदेश के ओल्ड मनाली का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें तबाही के बाद का मंजर दिखाई दे रहा हे हैं.बारिश और बाढ़ से ओल्ड मनाली में भयानक तबाही मची है. कई होटल दुकान और घर जमींदोज हो गए हैं. लाखों का सामान और करोड़ों के घर बह गए. खाने के सामान से लेकर पीने के पानी तक की किल्लत हो रही है.
हिमाचल- किन्नौर में फिर फटा बादल, हुआ भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश का कहर लगातार जारी है. बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. बाढ़ से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं. जनजातीय जिले किन्नौर के लिप्पा में शुक्रवार सुबह बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है. बादल फटने से आई बाढ़ में बगीचे बह गए. सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. बादल फटने के बाद दो लोग भी लापता थे लेकिन बाद में दोनों सुरक्षित मिल गए हैं.
उत्तरकाशी- पहाड़ी से भरभरा कर गिरा मलवा
उत्तरकाशी के टिहरी सीमा पर स्थित नगुण के पास पहाड़ी से अचानक भारी भूस्खलन हो गया. देखते ही देखते सड़क पूरी तरह से बंद हो गई. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र नगुण में दोनों ओर मशीनें तैनात की गई हैं. लेकिन लगातार आ रहे बोल्डरों की वजह से हाईवे को खोलने परेशानी में आ रही है.
हिमाचल- बारिश की वजह से यात्रा में हो रही कठिनाई
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में भारी बारिश के कारण स्थानीय लोगों को यात्रा में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
वाराणसी- वरुणा नदी का जलस्तर बढ़ा, राहत शिविरों में भेजे गए लोग
वाराणसी में वरुणा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में भेजा गया.
देशभर में कहां कितनी बारिश हुई, जानें
इस मॉनसून सीजन में देश के कई राज्यों में औसत से काफी ज़्यादा बारिश ने भयंकर कहर बरपाया है.
- राजस्थान में अब तक 554 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 56% ज्यादा है
- हिमाचल प्रदेश में अब तक 762 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 30% ज्यादा है
- उत्तराखंड में अब तक 1075 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 15% ज्यादा है
- दिल्ली में अब तक 574 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 38% ज्यादा है
- लदाख में अब तक 64 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 298% ज्यादा है
- जम्मू और कश्मीर में अब तक 466 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 9% ज्यादा है
- पंजाब में अब तक 423 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 22% ज्यादा है
- हरियाणा में अब तक 103 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 22% ज्यादा है
- झारखण्ड में अब तक 1003 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 32% ज्यादा है
- गुजरात में अब तक 641 mm से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है जो औसत से 15% ज्यादा है
हल्द्वानी- भीमताल मार्ग पर पुल के पास आया भारी मलबा, यातायात ठप
उत्तराखंड के हल्द्वानी में रानीबाग के पास भीमताल मार्ग पर पुल के पास भारी मलबा आने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण सुबह मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे भीमताल की ओर जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद हो गया. सूचना मिलने पर काठगोदाम थाना पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है. मार्ग को सुचारू करने के लिए जेसीबी मशीन लगाकर मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
हिमाचल- 4 जिलो में आज भारी बारिश का येलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में 29 अगस्त 4 जिलों ऊना, कांगड़ा, मंडी व सिरमौर, शनिवार को 8 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व शिमला, रविवार को 10 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर, जबकि सोमवार को चार जिलों मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. 2 और 3 सितबर को भी येलो अलर्ट जारी रहेगा.
उत्तराखंड- चमोली में बरसाती घटना में 2 लोग लापता, घर-गोशाला को नुकसान
उत्तराखंड के चमोली तहसील देवाल के मोपाटा में भारी बारिश से हुई घटना में तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता हो गए हैं. विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हैं. उनके घर और गोशाला में लगभग 15 से 20 जानवर दबने की खबर है.
उत्तराखंड- बद्रीनाथ वाली सड़क अलकनंदा के पानी में डूबी
उत्तराखंड में बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ के पास मिनी गोवा बीच में अलकनंदा नदी का पानी हाईवे पर आ गया है. जिसकी वजह से आवाजाही बंद हो गई है.
जम्मू-कश्मीर- तवी नदी पर बना पुल पूरी तरह बह गया
जम्मू-कश्मीर में समरोली के तोल्डी नाला क्षेत्र में बंट गांव में तवी नदी पर बना पुल कल भारी बारिश के बाद नदी में आए उफान के कारण पूरी तरह बह गया, जिससे 20 से अधिक गांवों और 10 पंचायतों के 50,000 से अधिक निवासियों का जीवन प्रभावित हुआ है.
उत्तराखंड- इन जिलों में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने चार जिलों में भारी बारिश का ऑरेज अलर्ट जारी किया है. ये अलर्ट देहरादून, नैनीताल ,बागेश्वर, पिथौरागढ़ के लिए जारी किया गया है. वहीं उत्तरकाशी ,रुद्रप्रयाग ,चमोली, टिहरी ,पौड़ी में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
उत्तराखंड- रुद्रप्रयाग में भारी बारिश से मंदाकिनी नदी खतरे के निशान के पार
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मंदाकिनी नदी के जल स्तर ने खतरे के निशान को पार कर लिया है. केदारघाटी में हाहाकार मचा है. पुलिस ने अनाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क कर दिया है. गुरुवार रात हुई भारी बारिश की वजह से जनपद रुद्रप्रयाग जिले के सिरोबगड़, बांसवाड़ा (स्यालसौड़) और कुंड से चौपता के बीच 4 अलग-अलग जगहों पर हाईवे बाधित हो गए हैं.
जम्मू- भारी बारिश की वजह से 45 लोगों की मौत
जम्मू क्षेत्र में हुई भारी बारिश की वजह से 45 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से अधिकतर की मौत वैष्णो देवी तीर्थयात्रा मार्ग पर भूस्खलन के कारण हुई. बारिश कम होने के बाद बुधवार को राहत कार्यों में तेजी आई. अधिकारियों के अनुसार, जम्मू में बाढ़ के पानी में चार शव बरामद किए गए.
जम्मू- भारी बाढ़-बारिश की वजह से करीब 50 गांवों से संपर्क टूटा
जम्मू में भारी बाढ़ बारिश की वजह से लगभग 50 गांवों से संपर्क टूट गया है. जम्मू और साम्बा में बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरों को ठीक करने और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न एजेंसियां काम कर रही हैं. अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 12 हजार से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है. तवी, चिनाब, बसंतर, रावी और उझ जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर घट गया है.
हिमाचल- बारिश से सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान पर कुल्लू DC तोरुल एस रवीश ने कहा, "भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग को व्यापक नुकसान हुआ है. हम हल्के वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक मार्गों को बहाल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. अभी तक किसी की जान नहीं गई है. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बचा लिया गया है और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. सबसे ज्यादा नुकसान सार्वजनिक संपत्ति को हुआ है.
दिल्ली-यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर के करीब
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर के करीब पहुंच गया है. दिल्ली के लोहा पुल का यह वीडियो देखिए.
महाराष्ट्र- नांदेड़-लातूर में 2200 से ज्यादा लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए गए
महाराष्ट्र के नांदेड़ और लातूर जिलों में भारी बारिश के बीच 2200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मुखेड़, कंधार और नयागांव के 17 राजस्व क्षेत्रों में भारी बारिश हुई. सबसे अधिक बारिश नांदेड़ के बिलोली और नरसी क्षेत्रों में दर्ज की गई, जहां 115 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि लातूर के 29 क्षेत्रों में 65 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई.
तेलंगाना- बारिश की घटनाओं में 5 लोगों की मौत
तेलंगाना में वर्षाजनित घटनाओं के कारण कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है.यहां 27 अगस्त से बारिश जारी है. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ में फंसे तीन लोग अब भी लापता हैं. कामारेड्डी और अन्य जिलों में बारिश से संबंधित कुछ घटनाएं हुईं, जहां बाढ़ में बह जाने से लोगों की जान चली गई तथा दीवार ढह जाने से भी लोगों की मौत हो गई.
राजस्थान- बाढ़ के बाद बूंदी जिले में सामान्य हो रहे हालात
राजस्थान के बूंदी जिले के नैनवां, कापरेन और केशोरायपाटन इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी जैसे-जैसे कम हो रहा है, ग्रामीण जीवन की टूटी हुई कड़ियों को फिर से जोड़कर उसे पटरी पर लाने में जुट गए हैं. वे अपने भीगे हुए घरेलू सामान, गीले कपड़ों और अनाज को सुखा रहे हैं तथा अपने अपने घरों और दुकानों में बाढ़ के कारण जमा गाद को बाहर निकाल रहे हैं.
राजस्थान में मानसून की बारिश से बुरा हाल
राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर जारी है. बृहस्पतिवार सुबह तक 24 घंटे में लगभग पूरे राजस्थान में बारिश हुई, पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई जबकि सर्वाधिक 90 मिलीमीटर वर्षा वेजा (डूंगरपुर) में हुई.
पंजाब के ये गांव बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित
पंजाब में पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों के गांव बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी मंत्रियों को स्थिति नियंत्रण में नहीं आ जाने तक क्षेत्र में रहने के निर्देश दिए हैं.
हिमाचल, जम्मू-कश्मीर में बढ़ा नदी-नालों का जलस्तर
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों समेत बरसाती नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे नदियों के किनारे बसे कई गांव और कृषि भूमि जलमग्न हैं.
पंजाब- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव अभियान जारी
पंजाब के विभिन्न जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान बृहस्पतिवार को जारी रहा, हालांकि कई गांव तथा निचले इलाके अब भी जलमग्न हैं. जिला प्रशासन ने सेना, राष्ट्रीय आपदा राहत बल, सीमा सुरक्षा बल और राज्य एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान जारी रखा लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. अमृतसर जिला प्रशासन ने रामदास क्षेत्र के जलमग्न गांवों में फंसी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को निकाला. रावी नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण क्षेत्र में फंसे लोगों को बचाने के लिए नौकाओं और अन्य वाहनों को तैनात किया गया है.
जम्मू में बारिश,बाढ़ के बीच सीएम अब्दुल्ला एक्टिव
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह कुछ दिनों में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और यह समझेंगे कि 2014 की भीषण बाढ़ के बाद बाढ़ से निपटने के लिए क्या उपाय किए गए थे और जहां भी केंद्र शासित प्रदेश में स्थिति खराब होगी, वहां सुधारात्मक कदम उठाए जायेंगे.
कश्मीर में कम हुआ बाढ़ का खतरा
कश्मीर में बाढ़ का खतरा कम हो गया है क्योंकि मौसम में सुधार के साथ ही झेलम नदी और अन्य जलाशयों में जलस्तर कम होने लगा है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले 12 घंटों में कश्मीर घाटी में बहुत कम बारिश हुई.
चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर सड़क का एक हिस्सा धंसा
गुरुवार को चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग, पंडोह के पास कांची मोड़ पर सड़क का एक हिस्सा धंस जाने के बाद अवरुद्ध हो गया, जिसके परिणामस्वरूप, दोनों तरफ कई वाहन फंस गए.
रावी नदी के किनारे बसे मकानों को खाली कराया गया
हिमाचल में 'निचले बड़ा बंगाल में रावी नदी के किनारे स्थित मकानों को एहतियात के तौर पर खाली करा दिया गया है. लगभग 180 क्विंटल राशन गांव पहुंचाया जा रहा है, लेकिन सड़कें अवरुद्ध हैं. जरूरत पड़ने पर हवाई जहाज़ से आवश्यक वस्तुएं और दवाइयां पहुंचाई जाएंगी.'
कश्मीर में बारिश में कमी, बाढ़ का खतरा कम
उत्तर में हिमाचल प्रदेश से लेकर दक्षिण में केरल तक, बारिश के कारण नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ गया और रिहायशी इलाकों एवं कृषि क्षेत्रों में पानी भर गया. हालांकि, कश्मीर में दो दिनों के बाद बारिश में कमी आने से बाढ़ का खतरा कम हो गया है, जिससे राहत मिली है.
बारिश से नदियों में उफान, गांव जलमग्न
देश के विभिन्न भागों में गुरुवार को बारिश और नदियों में उफान के कारण सामान्य जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया, कई सड़कें और पुल बह गये और कई गांव जलमग्न हो गये तथा बचावकर्मियों को बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.