- हिमाचल में बादल फटने और फ्लैश फ्लड से शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति में कई जगहों पर बाढ़ आ गई.
- गानवी और श्रीखंड बागीपुल इलाके में कई घरों और एक पुलिस चौकी के बह जाने की सूचना है.
- शिमला जिले में भारी बारिश के बाद एक बस स्टैंड और आसपास की दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं.
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) आने की ताजा घटनाओं के बाद शिमला और लाहौल एवं स्पीति जिलों में कई पुल बह गए जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 300 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी हैं. गानवी घाटी में ताजा बाढ़ में एक पुलिस चौकी बह गई, जबकि शिमला जिले में भारी बारिश के बाद एक बस स्टैंड और आसपास की दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं. दो पुल बह जाने से जिले की कूट और क्याव पंचायतों का संपर्क कट गया है. हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
इन जगहों पर बादल फटे, पुल टूटे
आधिकारियों ने बताया कि जनजातीय लाहौल और स्पीति जिले की मयाड घाटी के करपट, चांगुत और उदगोस नाला में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण दो और पुल बह गए. करपट गांव पर खतरा होने के मद्देनजर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. नदी किनारे रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है. स्थानीय निवासी रंजीत लाहौली ने बताया कि करीब दस बीघा कृषि भूमि पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. जिला प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है.
गानवी, श्रीखंड बागीपुल में कई घर बहे
शिमला के रामपुर में दो जगहों पर बादल फटने की खबर है. गानवी और श्रीखंड बागीपुल इलाके में कई घरों के बह जाने की सूचना है. सरकारी दफ्तर, बिजली बोर्ड और पुलिस चौकी खतरे में है. शिमला के रामपुर बुशहर की 15/20 इलाके में बादल फटने से गानवी खड़ में भारी बाढ़ आ गई. गानवी बाजार, बस स्टैंड में पानी भर गया है. बाजार खाली करा लिया गया है. प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने और निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
शिमला-कुल्लू में बाढ़ की खबर
शिमला जिले में रामपुर के नंटी में बादल फटने की खबर है. कुल्लू ज़िले के कुर्पन खड्ड (जाओं) में भी बाढ़ की खबर है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को कुर्पन खड्ड और बागीपुल-निरमंड के आसपास के इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है. किन्नौर के पूह पंचायत के होजो नाला में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए. नदी-नालों में पानी रौद्र रूप ले चुका है. पूह से रामपुर तक सतलुज से लगने वाले गांव के लोगों से अलर्ट रहने की अपील की गई है.
दो हाइवे समेत 325 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 325 सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है. इसमें 179 सड़कें मंडी जिले में और 71 निकटवर्ती कुल्लू जिले की हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के मुताबिक, बुधवार सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए बंद की गई सड़कों में राष्ट्रीय राजमार्ग-305 की औट-सैंज सड़क और खाब से ग्रामफू (राष्ट्रीय राजमार्ग-505) तक की सड़कें शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह टॉलैंड के निकट सर्कुलर (कार्ट रोड) पर एक पेड़ गिर जाने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों और बस के जरिये कार्यालय जाने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा. उन्हें अपने गंतव्य तक पैदल ही जाना पड़ा.
गुरुवार-शुक्रवार को भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने गुरुवार को राज्य के तीन जिलों- चंबा, कांगड़ा और मंडी में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है. शुक्रवार से रविवार तक के लिए चार से छह जिलों के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ‘येलो अलर्ट' जारी किया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, बलद्वाड़ा में 31 मिमी बारिश हुई. कसौली में 23 मिमी, नैनी देवी में 18.2 मिमी, सराहन में 15 मिमी, बग्गी में 14.6 मिमी, करसोग में 13.2 मिमी, बजौरा में 10.5 मिमी और जोत में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई.
अब तक 2031 करोड़ रुपये का नुकसान
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य को 2031 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 126 लोगों की मौत हो गई है जबकि 36 अब भी लापता हैं. हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून के दौरान अचानक बाढ़ की 63, बादल फटने की 31 और बड़े भूस्खलन की 57 घटनाएं दर्ज की गई हैं.