- हिमाचल के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां निवासी विंग कमांडर नमांश स्याल दुबई एयर शो में शहीद हो गए.
- नमांश स्याल का अंतिम संस्कार उनके पैृतक गांव नगरोटा बगवां में रविवार को दोपहर दो बजे किया जाएगा.
- नमांश के तेजस विमान हादसे में जान गंवाने की सूचना मिलने के बाद से नगरोटा बगवां में मातम पसरा है.
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में शुक्रवार से ही मातम छाया है. नगरोटा बगवां के रहने वाले 34 साल के नमांश स्याल शुक्रवार को दुबई एयर शो में हुए तेजस विमान हादसे में शहीद हो गए थे. घटना की सूचना मिलने के बाद से ही उनके रिश्तेदारों और गांव के लोगों का उनके घर पहुंचना जारी है. नमांश स्याल का अंतिम संस्कार नगरोटा बगवां में रविवार को दोपहर दो बजे किया जाएगा. आज सुबह शहीद नमांश का पार्थिव शरीर सेलूर पहुंचा गया है और कल गग्गल एयरपोर्ट पहुंचेगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल अपनी पत्नी और बेटी के साथ हैदराबाद में ही रहते थे. शहीद नमांश स्याल की माता बीना देवी और पिता जगन नाथ हैदराबाद घूमने गए थे, वहीं उन्हें इस दुर्घटना की सूचना मिली. नमांश स्याल की पत्नी भी भारतीय वायुसेना में अधिकारी हैं.
नमांश के तेजस विमान हादसे में जान गंवाने की सूचना मिलने के बाद से ही पूरे नगरोटा बगवां में मातम पसरा है और लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि नमांश अब इस दुनिया में नहीं है. उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लगा है.
पिता रहे हैं भारतीय सेना में अधिकारी
नमांश स्याल के पिता जगन नाथ भी भारतीय सेना में अधिकारी रहे हैं और बाद में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग से प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुए.
पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि नमांश की प्रारंभिक शिक्षा डलहौजी के डीपीएस स्कूल में हुई और उसके बाद सुजानपुर के सैनिक स्कूल में उन्होंने शिक्षा हासिल की थी. परिवार को शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे नमांश के निधन के बारे में पता चला.
दुबई एयर शो में तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त
बता दें कि दुबई एयर शो 2025 में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का एक तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान को भारतीय वायुसेना के पायलट नमांश स्याल उड़ा रहे थे. एयर शो के दौरान तेजस विमान अचानक से जमीन पर गिरा और फिर उसमें आग लग गई.














