'कुछ कर ही नहीं पाए, तो वोट कैसे मांगे' : हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव लड़ने से किया इनकार

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए स्पष्ट इंकार कर दिया है. उन्हें मंडी से उम्मीदवार बनाया गया था. उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया.

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देश भर में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. सभी पार्टियां उम्मीदवारों की घोषणा भी कर रही है. कई उम्मीदवारों को टिकट मिला है, कुछ का कटा भी है. वहीं कुछ उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिन्हें टिकट मिलने के बावजूद भी लड़ने से इंकार कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में चुनाव होने है. 

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए स्पष्ट इंकार कर दिया है. उन्हें मंडी से उम्मीदवार बनाया गया था. उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार रहते हुए कार्यकर्ताओं के लिए कुछ नहीं किया गया है. ऐसे में कार्यकर्ता कैसे हमें वोट देंगे.

उन्होंने कहा, जहां तक बाकी टिकटों का सवाल है, हमारे पास अभी समय है. हिमाचल प्रदेश में 1 जून को वोटिंग है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बैठक में कहा कि हमारे पास अभी समय है. कुछ दिनों में हम लोकसभा और विधानसभा की टिकट तय कर लेंगे.

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अभी बैकफुट पर आ गई है. कांग्रेस के 6 बागी विधायको की विधानसभा से बर्खास्तगी  का मामला अभी थमा नहीं कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष ने मंडी से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. प्रतिभा सिंह ने अपनी सरकार को घेरते हुए कहा है कि सरकार ने अभी तक कार्यकर्ताओं के लिए कुछ किया ही नहीं है. ऐसे में कार्यकर्ता हमें कैसे वोट देंगे. इसलिए मैंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मुझे हिमाचल के सभी क्षेत्रों का दौरा करना है.

कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख एवं मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने बुधवार को घोषणा की कि उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, क्योंकि जमीनी स्थिति ‘‘ठीक नहीं'' है. उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने राज्य के हर क्षेत्र का व्यापक दौरा किया है और पाया है कि कोई भी कार्यकर्ता सक्रिय नहीं है और ऐसी स्थिति में सफलता मिलना मुश्किल है.''

प्रतिभा सिंह ने कहा, ‘‘मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है क्योंकि मैं इसे लड़ने की स्थिति में नहीं हूं. आप सिर्फ सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास (एमपीएलएडी) योजना निधि बांटकर चुनाव नहीं जीत सकते.''

उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए कड़ी मेहनत करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां और महत्व दिया जाता, तो वे जमीनी स्तर पर सक्रिय होते.

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भाषा इनपुट के साथ

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