अब नौसेना के जहाजों पर किया अटैक तो खैर नहीं, दुश्मनों के ड्रोन का 'यमराज' बनेंगे छर्रे, जानें HEPH की खासियतें

नौसेना के अधिकारियों का कहना है कि ये छर्रे अदन की खाड़ी और हिंद महासागर जैसे क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का मुकाबला करने में विशेष रूप से उपयोगी साबित होंगे. ये छर्रे, नौसेना के जहाजों पर मौजूदा एंटी-ड्रोन सिस्टम के अलावा एक और विकल्प नौसेना को देंगे.

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नई दिल्ली:

सुरक्षा के लिए खतरा बनते जा रहे ड्रोन को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय नौसेना ने कमर कस ली है. अपनी रक्षा क्षमताओं में सुधार करने के लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) ऐसे मारक छर्रे (Shell) तैयार कर रही है, जिसके वार से ड्रोन (Drones Attack) का झुंड एक झटके में तहस-नहस हो जाएगा. इन छर्रों को तकनीकी भाषा HEPH कहा जाता है. इन्हें भारतीय नौसेना में जल्द ही शामिल किया जाएगा. अगर नौसेना के जहाजों पर ड्रोन का हमला होता है, तो ऐसी स्थिति में ये छर्रे रामबाण साबित होंगे. 

ARDE ने बनाए ये हैं छर्रे
इन छर्रों को पुणे में स्थित DRDO के लैब आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (Armament Research and Development Establishment) यानी ARDE में तैयार किया जाएगा. ये छर्रे नौसेना की बंदूकों AK-630 से लैस जहाजों से दागे जा सकते हैं. 5 किलोमीटर के दायरे में उड़ने वाले ड्रोन को ये छर्रे मार गिराने में सक्षम हैं. ये छर्रे एक किलोग्राम के ड्रोन को खत्म कर सकते हैं.

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अदन की खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र में होंगे मददगार
नौसेना के अधिकारियों का कहना है कि ये छर्रे अदन की खाड़ी और हिंद महासागर जैसे क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का मुकाबला करने में विशेष रूप से उपयोगी साबित होंगे. ये छर्रे, नौसेना के जहाजों पर मौजूदा एंटी-ड्रोन सिस्टम के अलावा एक और विकल्प नौसेना को देंगे, ताकि ड्रोन के हमलों का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया जा सके.

सभी तरह की टेस्टिंग में पास हुए ये छर्रे
भारतीय नौसेना के प्रमुख जहाज, जिनमें एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य समेत कई विध्वंसक जहाज AK-630 बंदूक सिस्टम से लैस हैं. इस छर्रे के सभी परीक्षण हो चुके है. जरूरत के मुताबिक नौसेना इसका ऑर्डर देगी.

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छर्रे की खासियत:-
-ये छर्रे नौसेना की बंदूकों AK-630 से लैस जहाजों से दागे जा सकते हैं. 
-5 किलोमीटर के दायरे में उड़ने वाले ड्रोन को ये छर्रे मार गिराने में सक्षम हैं. 
-ये छर्रे एक किलोग्राम के ड्रोन को खत्म कर सकते हैं.
-ये छर्रे, नौसेना के जहाजों पर मौजूदा एंटी-ड्रोन सिस्टम पर काम करेंगे.

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