मॉनसून आने के बाद एक तरफ जहां देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है तो दूसरी ओर पहली बारिश ने बनारस के स्मार्ट सिटी की होने के दावे को धुल दिया है. हर तरफ बनारस में रात से हो रही बारिश की वजह से पानी का जलजमाव ही नजर आ रहा है. चाहे वह अंधरापुल हो फिर दशाश्वमेध घाट को जाती हुई गोदौलिया चौराहा की सड़क हो, या बेनियाबाग,मैदागिन चौराहा और सिगरा इलाका हो या फिर कामाक्षा का इलाका हो हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है और लोग उसी में से गुजर कर अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि बनारस को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए बीते कई सालों से कवायद हो रही है उसमें सबसे बड़ी समस्या ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के लिए प्रशासन लगा हुआ है लेकिन रात से हुई यह बारिश बताती है की हालात जस के तस है.
जनपद में मंगलवार की शाम हुई मूसलाधार बारिश के दौरान नाले में गिरे युवकों के शव दमकल विभाग ने बुधवार को बरामद कर लिए हैं. घटना में मरे युवकों की पहचान सदर थाना क्षेत्र निवासी जतिन खत्री (19) और अरमान (21) के रूप में हुई है. गौरतलब है कि मंगलवार की शाम बारिश के कारण पानी भर जाने से बाइक सवार तीन युवकों को मेनहोल नहीं दिखा और वे दोपहिया समेत उसमें जा गिरे. तीन में एक युवक प्रदीप उसी वक्त बाहर निकल आया लेकिन अन्य दो की मौत हो गयी है.
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घटना को लेकर लोगों में नगर निगम के प्रति आक्रोश है और स्थानीय निकाय पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन मथुरा नगर निगम के महापौर मुकेश कुमार वाल्मीकि का कहना है कि घटना के लिए बाइक सवार युवक जिम्मेदार हैं. मौके पर पहुंचे वाल्मिकी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘इसमें मैं क्या कर सकता हूं. यह तो उन युवकों की गलती है जो तेज गति से बाइक चलाते हुए खुले नाले में जा गिरे. उन्हें स्वयं देखना चाहिए था कि सड़क के किनारे बाइक चलाने पर नाले में जा सकते हैं.''
(भाषा से इनपुट)